अमेठी के बच्चों ने लहराया परचम, राजस्थान में हुए नेशनल गेम में जीता गोल्ड और सिल्वर मेडल

अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रायपुर फुलवारी स्थित सेपियन सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने अमेठी का ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय पटल पर उत्तर प्रदेश का नाम भी रोशन किया है. अभी हाल में ही 30, 31 जुलाई और 1 अगस्त को राजस्थान में हुए एमेच्योर नेशनल गेम 2022 में इस स्कूल के 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों ने नेशनल गेम में प्रतिभाग करते हुए बालक वर्ग के कबड्डी प्रतियोगिता में राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली को हराकर गोल्ड मेडल जीता है. जबकि 16 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं ने बालिका वर्ग की कबड्डी प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतकर अपने स्कूल का नहीं अमेठी जनपद के साथ-साथ समूचे उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश से यही एकमात्र टीम राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर में खेलने के लिए गई थी. यह प्रतियोगिता रूरल एमेच्योर गेम एसोसिएशन (रागा) के तत्वाधान में आयोजित किया गया था. गोल्ड मेडल लेकर वापस लौटे खिलाड़ी सौरभ चौरसिया ने बताया कि हमारा यह गेम रोमांचक भरा हुआ था.

फर्स्ट हाफ में हम लोग हिम्मत हार चुके थे लेकिन हमारी कोच आकांक्षा शुक्ला के द्वारा हम लोगों को हौसला दिया गया, जिसके बाद हम लोगों ने इस गेम को जीतकर गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसमें हमारे स्कूल के प्रिंसिपल का बहुत योगदान रहा है. हम लोग आगे बढ़कर इंटरनेशनल स्तर पर खेल लेंगे, जबकि बालिका वर्ग को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा.

वहीं पर खिलाड़ी एवं कक्षा 11 की छात्रा प्रेरणा यादव ने बताया कि वहां पर हम लोगों ने बहुत सारी टीमों के साथ खेले. हम लोगों को बहुत सारा अनुभव प्राप्त हुआ है जो भी कमी रही है उसको दूर करते हुए आगे हम लोग भी गोल्ड मेडल जीतने का पूरा प्रयास करेंगे.

इन बच्चों को लेकर राजस्थान गई स्पोर्ट कोच आकांक्षा शुक्ला ने बताया कि राजस्थान में कुल 12 राज्यों से टीम आई हुई थीं. जिसमें कबड्डी प्रतियोगिता में हमारे छात्रों ने अपना जौहर दिखाते हुए राजस्थान हरियाणा और दिल्ली को हरा कर गोल्ड मेडल जीता है. बालिका वर्ग में कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली तथा आंध्र प्रदेश की टीमों के साथ हमारी बालिकाओं ने खेला और वह थोड़ी नर्वस हो गई थीं, मेरे लाख समझाने के बावजूद उन्हें डर लगा था इसलिए उनको सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा.

वहीं पर स्कूल के डॉ. प्रिंसिपल देवमणि उपाध्याय ने बताया कि हमारे बच्चे कम समय में गोल्ड और सिल्वर मेडल लेकर आए हैं, यह बताते हुए मुझे अच्छा लग रहा है. यह विद्यालय के लिए बहुत ही गौरव की बात है. हमारे जिन बच्चों को सिल्वर मेडल मिला है उनकी जो कमियां है उस कमियों को हम स्कूल स्तर पर दूर करेंगे. किसी भी स्कूल में बच्चे पढ़ाई के लिए ही नहीं बल्कि सर्वांगीण विकास के लिए आते हैं, यह उनके लिए बहुत अच्छा है. इसमें से दो-तीन बच्चे हमारे इंटरनेशनल टीम के लिए सिलेक्ट हो सकते हैं इस की प्रबल संभावना है.

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