रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल की कीमत लगातार उछाल दर्ज कर रही है. सोमवार 7 मार्च, 2022 को तड़के सुबह ग्लोबल बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 130 डॉलर के पार पहुंच गईं. रूस पर यूरोपीय यूनियन और नाटो देशों के प्रतिबंध के कारण क्रूड ऑयल की कीमत और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. जिसके चलते देश में पेट्रोल-डीजल के दाम कभी भी बढ़ सकते हैं.
रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों और बढ़ती मांग के कारण ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल से अधिक का उछाल आया है. इसका असर शेयर बाजार पर भी देखा गया. सोमवार को शेयर बाजार में तेजी से गिरावट आई. भारत में सोमवार को बीएसई में 1,600 से अधिक अंकों की गिरावट हुई है.
ईटीवी भारत के खबर के अनुसार, सोमवार सुबह ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में कुछ समय के लिए 10 डॉलर का इजाफा हुआ. इसकी कीमत लगभग 130 डॉलर प्रति बैरल हो गई. इसके लिए रूस के खिलाफ कठोर प्रतिबंधों के बढ़ते आह्वान के बीच यूक्रेन में संघर्ष के गहराने को जिम्मेदार माना जा रहा है.
गौरतलब है कि दुनिया में रूस दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है. ऐसे में रूस से सप्लाई में गड़बड़ होती है तो कीमतें बढ़ेंगी. इस बीच, लीबिया की राष्ट्रीय तेल कम्पनी ने कहा कि एक सशस्त्र समूह ने दो महत्वपूर्ण तेल क्षेत्रों को बंद कर दिया था, जिसके बाद तेल की कीमतें बढ़ रही हैं.
इससे पहले कच्चे तेल ने सबसे पहले 2012 में 128 डॉलर का आंकड़ा छुआ था. कच्चे तेल के दाम लाइफ टाइम हाई पर पहुंचने के कारण यह आशंका जताई जा रही है कि भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा हो सकता है. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आने के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ सकते हैं. पिछले 124 दिनों से देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि कच्चे तेल की कीमत करीब 73% बढ़ चुकी है.
एनडीटीवी खबर के अनुसार, देश में अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाजार के दामों के मुताबिक हर रोज ईंधन तेल के घरेलू दाम संशोधित किए जाते हैं. ये नए दाम हर रोज सुबह 6 बजे लागू हो जाते हैं. अच्छी बात है कि आप घर बैठे ईंधन की कीमत का पता कर सकते हैं. घर बैठे तेल की कीमत पता करने के लिए आपको इंडियन ऑयल मैसेज सेवा के तहत मोबाइल नंबर 9224992249 पर SMS भेजना होगा.