اِن غلاموں کا یہ مسلک ہے کہ نا قِص ہے کتاب
کہ سکھاتی نہیں مومن کو غلامی کے طریق
इन गुलामों का यह मसलक है कि नाक़िस है किताब
कि सिखाती नहीं मोमिन को गुलामी के तरीक़
In ghulamon ka yeh maslak hai...
خود بدلتے نہیں، قرآں بدل دیتے ہیں
ہوئے کس درجہ فقیہانِ حرم بےتوفیق
खुद बदलते नहीं, क़ुरआन बदल देते हैं
हुए किस दर्जा फ़कीहाने हरम बे तौफ़ीक़
Khud badalte nahi, Quraan ko badal dete hain
huye kis darja faqeehan-e-haram be taufeeq
الفاظ و معنی:۔
فقیہانِ...
नई दिल्ली: जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने उदयपुर हत्याकांड की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
उन्होंने अपने एक वीडियो बयान में कहा कि उदयपुर का हादसा इस्लामी तालीमात...
मस्जिदे-नबवी का निर्माण
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको, नबी (सल्ल.) को पहले ही बता दिया गया था कि आपको हिजरत करनी है, और मेराज की यात्रा से वापस आने के बाद सूरा-17 बनी-इसराईल की आयत-80 में अल्लाह ने...
ترے صوفے ہیں اَفرَنگی، ترے قالین اِیرانی
لہو مجھ کو رلاتی ہے جوانوں کی تَن آسانی
तेरे सोफे हैं अफरंगी, तेरे क़ालीन ईरानी
लहू मुझ को रुलाती है जवानो की तन आसानी
Tere sophe hain af-rangi, tere qaaleen Irani
lahu mujh ko rulaati ha...
हिजरत की यात्रा में घटनाएँ
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
اَللّٰہُمَّ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰی اٰلِ مُحَمَّدٍ وَّ بَارِکْ وَسَلَّمْ
“ऐ अल्लाह, दयालुता की बारिश कर मुहम्मद पर, आपकी सन्तान पर, आपके अनुयायियों पर और उनको बरकत और सलामती प्रदान कर।”
नबी...
अल्लाह के रसूल (सल्ल.) की मदीना को हिजरत
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
(अल्लाह दयावान, कृपाशील के नाम से)
प्रिय दर्शको,
आज आपके सामने हिजरते-मदीना की घटना प्रस्तुत की जाएगी। मक्का वालों ने इस्लाम के लिए अपने दरवाज़े बन्द कर दिए थे। मक्का के बड़े-बड़े सरदारों और...
اگر جواں ہوں مری قوم کے جسُور و غَیٗور
قلندری مری کچھ کم سکنْدری سے نہیں
अगर जवाँ हों मेरी क़ौम के जसूर व गयूर
क़लन्दरी मेरी कुछ कम सिकन्दरी से नहीं
Agr jawaan ho meri qaum ke jsoor w ghayoor
qalandri meri...
’’قُم بِاِذنِ اللہ‘‘ کہہ سکتے تھے جو رخصت ہو ئے
خانقاہوں میں مُجاور رہ گئے یا گورکَن
"क़ुम बे-इज़-निल-लाह" कह सकते थे जो रुखसत हुए
ख़ानक़ाहों में मुजावर रह गए या गोरकन
“Qum be-iznil-laah” kah sakte the jo rukhsat huye
khanqaahon mein mujawar rah...
बैअते-अक़बा प्रथम एवं द्वितीय
प्रिय दर्शको, आप सबको मेरा प्यार भरा सलाम। मेराज में नबी (सल्ल.) को यह शुभ-सूचना मिल चुकी थी कि अब तुम्हें हिजरत करनी है, यानी मक्का छोड़ देना है। ताइफ़ मक्का से बहुत क़रीब था। लेकिन...