भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती ही जा रही है। ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या भी हर दिन बढ़ती ही जा रही है. संक्रमण की रफ्तार इतनी तेज है कि मामले एक सप्ताह मे ही छह गुना बढ़ गए। आज ही सिर्फ पूरे देश में 58000 से ज्यादा नए कोरोना केस आये हैं. सुरक्षा में चूक के चलते प्रधानमंत्री मोदी की जनसभाएं और कोरोना के कहर के चलते कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी जनसभाएं व रैलियां रद्द कर दी हैं.
प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब के फिरोजपुर में आज होने वाली जनसभा रद्द कर दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने फिरोजपुर रैली रद्द होने की घोषणा की.
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी की 9 जनवरी को लखनऊ में होने वाली जनसभा भी रद्द कर दी गई है.
पश्चिम बंगाल भाजपा ने बताया है कि कोविड की स्थिति और कोलकाता में नए मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का 9 और 10 जनवरी को होने वाला बंगाल दौरा स्थगित कर दिया गया है।
वहीं, कोरोना के कहर के चलते कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए यूपी सहित सभी चुनावी राज्यों में रैलियों को टाल दिया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में ‘लड़की हूँ लड़ शक्ति हूं’ मैराथन स्थगित कर दी है. कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए आज मैराथन को स्थगित कर दिया गया है, इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज़ एजेंसी ए एन आई से बात करते हुए कही. उन्होंने कहा की इस तरह की 7 से 8 मैराथन उत्तर प्रदेश के अलग अलग शहरों में होने थे लेकिन कोरोना के चलते इसको रद्द कर दिया गया है.
तेलंगाना उच्च न्यायालय ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि कोरोना के मामले को देखते हुए शारीरिक सुनवाई स्थगित की जा रही है। हालांकि यह न्यायाधीशों के व्यक्तिगत विवेक पर भी निर्भर करेगा कि वह किस माध्यम से सुनवाई करना चाहेंगे।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना के मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है। मंगलवार को मुंबई में कोरोना के 10,860 मरीज मिलने के बाद से उम्मीद है कि सरकार आज यानी बुधवार को नई गाइडलाइंस जारी कर सकती है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि देश में तीसरी और दिल्ली में पांचवी लहर आ चुकी है। ऐसा लगता है कि आज लगभग 10,000 पॉजिटिव मामले आएंगे और पॉजिटिविटी रेट करीब 10% होगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना रोगियों के लिए आरक्षित बेड की संख्या को उनकी क्षमता के 10% से बढ़ाकर 40% कर दें। सरकारी अस्पतालों में लगभग 2% बेड भरे हुए हैं।