समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं. यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य और पार्टी नेता स्वतंत्र देव सिंह ने अपर्णा को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रधर्म मेरे लिए सबसे उपर हैं.’
भाजपा में शामिल होने पर केशव प्रसाद मौर्य ने अपर्णा यादव का स्वागत किया. इस मौके पर केशव मौर्य ने कहा कि जिस तरह पहले अपर्णा यादव अपने विचार रखती रहीं हैं, इससे ऐसा लगता था कि वह भारतीय जनता पार्टी परिवार का हिस्सा बन सकती हैं. अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए केशव मौर्य ने कहा कि वह अपने परिवार में भी सफल नहीं है. मुख्यमंत्री के रूप में असफल रहे हैं.
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, पार्टी में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को धन्यवाद दिया. अपने संक्षिप्त बयान में अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित रहीं. उनके चिंतन में राष्ट्र पहले है. अब वह राष्ट्र आराधना के लिए निकली हैं. उन्होंने कहा कि वह पहले से ही बीजेपी की योजनाओं से प्रभावित रही हैं और उसमें भागीदारी करती रही हैं, इसलिए आज उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, अपर्णा यादव 2017 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि उन्हें भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था. पिछले कुछ दिनों से अपर्णा के भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी लगाई जा रही थी. जानकारी के मुताबिक इस बार भी उन्हें लखनऊ कैंट से टिकट दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही है.
अपर्णा कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर चुकी हैं. अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं. बता दें कि अपर्णा यादव मोदी और योगी की बार-बार तारीफ करती रहीं हैं. योगी सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दे रखी है. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए भी 11 लाख रुपये का चंदा दिया था.
इस पर जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा था कि वह मंदिर के लिए स्वेच्छा से दान दे रहीं हैं. उनका कोई राजनीतिक मकसद नहीं है. उन्होंने कहा कि अतीत कभी भी भविष्य के बराबर नहीं होता है. राम भारत के चरित्र, संस्कार और सभी की आस्था के केन्द्र हैं. गौरतलब है कि मुलायम की छोटी बहू अपर्णा सिंह यादव अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं और बीजेपी को लेकर हमेशा उनका सॉफ्ट कॉर्नर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम की तारीफ भी अपर्णा यादव करती रही हैं. सूत्रों का कहना है कि राजधानी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी उन्हें चुनाव मैदान में उतार सकती है. पिछले दिनों अपर्णा यादव की ज्वाइनिंग लखनऊ में बीजेपी मुख्यालय में होने वाली थी लेकिन बात नहीं बन पाई थी. आज सुबह अपर्णा यादव डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व अन्य नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गईं.
10 मार्च को आएंगे यूपी चुनाव के नतीजे
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 22 जनवरी तक किसी भी राजनीतिक रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं दी है.
10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है।
17वीं विधानसभा
17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया था। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की बीएसपी 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ (Yogi adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।