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’10 लाख नौकरियां… इससे घिनौना मज़ाक़ क्या हो सकता है?’: असदुद्दीन ओवैसी

नई दिल्ली: एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रे सरकार के द्वारा अगले डेढ़ सालों में 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर तंज कसा और ट्वीट कर कहा कि ‘2014 से पहले PM मोदी ने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया लेकिन 2022 में PM मोदी बोल रहे है अगले डेढ़ सालों में सिर्फ़ 10 लाख नौकरियां देंगे. इससे घिनौना मज़ाक़ क्या हो सकता है?

आज देश में करोड़ों नौजवान बेरोज़गार हैं और 60 लाख से ज़्यादा पद खाली हैं.’

उन्होंने लगातार ट्वीट करके कहा कि ‘इसमें पब्लिक सेक्टर बैंक में तक़रीबन 2 लाख, सेंट्रल मिनिस्ट्री एंड डिपार्टमेंट में तक़रीबन 9 लाख, डिस्ट्रिक्ट एन्ड लोअर कोर्ट में तक़रीबन 5 हजार, स्टेट पुलिस में 5 लाख से ज़्यादा, प्राइमरी स्कूल में 8 से ज़्यादा भर्तियां शामिल हैं.’

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगे ट्वीट किया कि ‘सरकार ने कहा कि 2016-17 और 2018-19 के बीच सेना ने लगभग 1.65 लाख कर्मियों की भर्ती की. लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि सेना ने 2016-17 में सिर्फ़ 54,815, 2017-18 में 52,839 और 2018-19 में 57,266 कर्मियों की भर्ती की.’

उन्होंने आगे जानकारी दी कि ‘अग्निपथ भर्ती योजना के तहत भर्तियों की गिनती अब और भी कम करके 45, 000 कर दी जाएगी. इसमें से भी 34,000, 4 साल बाद बेरोजगार हो जाएंगे.’

उन्होंने कहा कि ‘एक जवान जिसने सैन्य रणनीति, विस्फोटकों और हथियारों की ट्रेनिंग ली हो, वो सरकार की नई नीति के तहत 25 साल की उम्र में बेरोजगार हो जाएगा, उसके बाद क्या वह पकोड़े तलेगा या चाय बेचेगा या RSS में भर्ती होगा?’

वहीं दूसरी तरफ भाजपा सांसद वरुण गांधी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. नौजवानों, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को लेकर वरुण गांधी पार्टी लाइन से बाहर जाकर अपनी राय रख रहे हैं. अब वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी की तारीफ की है.

दरअसल एक सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने खाली पड़े सरकारी पदों का जिक्र किया. इस दौरान ओवैसी ने यह भी बताया कि ‘ये आंकड़े कोई और नहीं, बल्कि पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने साझा किया है. ओवैसी के इसी बयान का वीडियो शेयर कर वरुण गांधी ने उन्हें धन्यवाद कहा है.

वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘बेरोजगारी आज देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और पूरे देश के नेताओं को इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए. बेरोजगार नौजवानों को न्याय मिलना चाहिए, तभी देश शक्तिशाली बनेगा. मैं आभारी हूं कि रोजगार के ऊपर उठाए गए मेरे सवालों का ओवैसी जी ने अपने भाषण में ज़िक्र किया.

वहीं एक अन्य वीडियो में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमने भुज की भाषण में नौकरियों का मुद्दा उठाया था, तो शायद प्रधानमंत्री को परेशानी शुरू हो गयी थी. इस लिए उन्होंने 10 लाख नौकरियां देने का वादा कर दिया.

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