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दिल्ली विश्वविद्यालय को मिलने जा रहे दो नए कैंपस, शुरू होंगे नए कोर्स, बढ़ेंगी सीटें

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फोटो साभार: सोशल मीडिया

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए नया साल बहुत कुछ देने जा रहा है. इस नए साल में दिल्ली विश्वविद्यालय को दो नए कैंपस और एक नया कॉलेज मिलने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन जनवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.

इसमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर में एक शैक्षणिक ब्लॉक और द्वारका में पश्चिमी परिसर में एक शैक्षणिक ब्लॉक शामिल है. इसमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन भी शामिल है, जिसमें शिक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.

ईटीवी भारत की खबर के अनुसार, इस संबंध में जानकारी देते हुए डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि परियोजना स्थलों पर शिलान्यास समारोह के सीधे प्रसारण की व्यवस्था भी की जाएगी जिसमें सैंकड़ों स्थानीय लोग शामिल होंगे. प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि सूरजमल विहार में, 15.25 एकड़ के पूर्वी परिसर में 373 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से अकादमिक ब्लॉक का निर्माण होगा. इस परिसर में एलएलबी, एलएलएम और 5 वर्षीय इंटेग्रटेड एलएलबी प्रोग्राम के साथ अन्य बहुविषयक प्रोग्राम भी संचालित होंगे. इस प्रोजेक्ट के 59618 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में 60 क्लासरूम, 10 ट्यूटोरियल रूम, 06 मूट कोर्ट, 04 कंप्यूटर लैब, 02 कैफेटेरिया और 02 कॉमन रूम सहित अनेकों अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

उन्होंने बताया कि द्वारका सेक्टर 22 में बनने वाले पश्चिमी परिसर के पहले चरण में 107 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से नए अकादमिक भवन का निर्माण होगा. इस प्रोजेक्ट के 19434.28 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र में 42 क्लास रूम, 02 मूट कोर्ट, डिजिटल लाइब्रेरी, कॉन्फ्रेंस रूम, फ़ैकल्टि रूम, कैफेटेरिया, लड़कों एवं लड़कियों के कॉमन रूम और सेमिनार हाल सहित अनेकों अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. पश्चिमी परिसर से मात्र 5 मिनट की दूरी पर रोशनपुरा, नजफ़गढ़ में यूईआर हाइवे के एकदम नजदीक वीर सावरकर के नाम पर एक कॉलेज का निर्माण किया जाएगा.

डीयू के वीर सावरकर कॉलेज की आधारशिला रखने वाले पीएम मोदी पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा, “…यह प्रेरणा लेने का दिन है- पीएम मोदी आधारशिला रखेंगे. डेढ़ साल बाद, परियोजना पूरी होने की उम्मीद है और फिर प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी. अगर नई सीटें बनती हैं, तो यह देश के लिए अच्छा होगा. यह परियोजना 2021 में शुरू हुई थी, और किसी को भी समय के बारे में सवाल नहीं उठाना चाहिए. हमें इस बात पर गर्व है कि हमने भी कॉलेज की नींव में योगदान दिया है. सावरकर देश के युवाओं, लोगों और संस्कृति के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं.

डीयू कॉलेज का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखे जाने पर सीपीआई नेता एनी राजा (सीपीआई) ने कहा, “आज सावित्री बाई फुले की भी जयंती है. लेकिन आज वे देश में नफरत फैलाने वाले व्यक्ति के नाम पर कॉलेज का उद्घाटन करने जा रहे हैं…. 9 जनवरी को फातिमा शेख की जयंती है, क्या उनके नाम पर डीयू कॉलेज हो सकता है? क्या पीएम उनके नाम पर कॉलेज का नाम रखेंगे.

लगभग 140 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 18816.56 वर्ग मीटर निर्मित क्षेत्र वाले इस प्रोजेक्ट में अकादमिक गतिविधियों के लिए 24 क्लास रूम, 08 ट्यूटोरियल रूम, एक कैंटीन और 40 फ़ैकल्टि रूम सहित डिपार्टमेंट लाइब्रेरी और और कॉन्फ्रेंस रूम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. बता दें कि पिछले साल ही डीयू को तीनों प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार की ओर से धन आवंटित किया गया था और उसके बाद से ही इनके लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया और निविदाएं आमंत्रित की गई थीं. इसकी वजह से इसमें समय लग गया. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इनका निर्माण कार्य शुरू होगा.

प्रधानमंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इसमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर और द्वारका में पश्चिमी परिसर शामिल हैं. इसमें नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन भी शामिल है, जिसमें शिक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं.

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