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रामनाथ कोविंद ने कई बार संविधान को कुचला…बीजेपी के एजेंडे को पूरा किया: महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने राष्ट्रपति पद से हटते ही रामनाथ कोविंद पर टिप्पणी की और कोविंद के कार्यकाल पर सवाल उठाये हैं. रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो गया. आज द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की.

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कोविंद अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को कई बार कुचला गया. चाहे वह अनुच्छेद 370 हो, सीएए को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो.

महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया ट्विटर पर कहा, ‘रामनाथ कोविंद अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को पंद्रहवीं बार कुचला गया था. चाहे वह अनुच्छेद 370, सीएए को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया.’

बता दें कि देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने आज (सोमवार) शपथ ली. वे देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन. वी. रमना ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. इस मौके पर उनके सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी गई. निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शपथ ग्रहण से पहले अपने आवास से राजघाट पहुंची और यहां बापू को नमन किया.

शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन सुबह करीब 10.15 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित हुआ. मुर्मू का राष्ट्रपति बनना कई लिहाज से ऐतिहासिक अवसर है. वह देश की 15वीं और पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनी. वहीं, आजादी के 75वें साल में द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं.

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