कोलकाता अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले के पहले दिन मंगलवार, 28 जनवरी को ममता बनर्जी की लिखी गई तीन पुस्तकों का विमोचन हुआ. इनमें से एक पुस्तक ‘बांग्लार निर्बाचन ओ आमरा’ (बंगाल के चुनाव और हम) में 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष को मिली हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया है. ममता बनर्जी की इस पुस्तक में 2024 के आम चुनावों के परिणामों का विश्लेषण किया है.
‘INDIA ब्लॉक की हार कांग्रेस पार्टी की विफलता’
ममता बनर्जी ने पुस्तक में लिखा कि तृणमूल कांग्रेस के समर्पित प्रयासों के बावजूद विपक्षी INDIA ब्लॉक चुनावी सफलता प्राप्त करने में असफल रहा. इस की मुख्य वजह कांग्रेस पार्टी की विफलता रही.
ममता बनर्जी ने अपने पुस्तक के जरिए कहा कि हमने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ सभी एंटी- भाजपा ताकतों को मिलाकर एक मजबूत विपक्षी ब्लॉक की गंभीरता से विचार किया था. शुरुआत से ही मैंने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और कॉमन मेनिफेस्टो पर जोर दिया. विपक्षी गठबंधन का नाम भी मैंने ने सुझाया था लेकिन न तो कोई कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और ना ही कोई कॉमन मेनिफेस्टो बना.
‘INDIA ब्लॉक के दल एक- दूसरे के खिलाफ लड़े’
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को राष्ट्रीय ब्लॉक के नेता की कुर्सी की पेशकश की गई थी. ममता बनर्जी ने कहा कि ब्लॉक के घटक एक- दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े. इससे भाजपा को बिना बहुमत हासिल किए भी सत्ता में वापस आने में मदद मिली.
गठबंधन के कारण कांग्रेस को मिली सीटें
ममता बनर्जी ने अपने पुस्तक में यह भी दावा किया है कि कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनावों में जो सीटें जीती थीं, वह INDIA ब्लॉक के अन्य सहयोगियों के समर्थन के कारण जीती थीं.
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनावों में, तृणमूल कांग्रेस ने 2019 के 22 सीटों के मुकाबले 29 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं दूसरी ओर भाजपा ने 2019 में 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी सीटें घटकर 12 हो गई.