रांची: झारखंड के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिभाशाली छात्रों को विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए राज्य की सरकार ब्रिटिश हाईकमीशन के सहयोग से स्कॉलरशिप की योजना शुरू करने जा रही है। यह जानकारी झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर दी है।
इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम का नाम शेवनिंग-मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा होगी। इसे लेकर राज्य सरकार और विदेश राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के साथ जल्द ही एमओयू किया जायेगा। शुरूआत में यह एमओयू तीन वर्षों के लिए होगा।
बता दें कि झारखंड सरकार पिछले दो वर्षों से झारखंड आंदोलन के नायक मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय स्कॉलरशिप योजना चला रही थी। इसके जरिए अनुसूचित जनजाति के प्रतिभाशाली युवाओं को यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन और नार्दर्न आयरलैण्ड के चयनित संस्थानों औप विश्वविद्यालयों में पढ़ाई केलिए वित्तीय सहायता मंजूर की गयी है। अब अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के प्रतिभाशाली युवाओं को भी स्कॉलरशिप की नयी योजना के दायरे में लाया गया है।
बताया गया कि अब प्रतिवर्ष अधिकतम 25 छात्र-छात्राओं को इस योजना के तहत छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके तहतचुने गये छात्र-छात्रा मास्टर्स और एमफिल के पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकेंगे। स्कॉलरशिप योजना के अंतर्गत कुल 31 विषयों को शामिल किया गया है। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया भी आरंभ हो गयी है। आवेदन की अंतिम तिथि 25 जून है।
—आईएएनएस