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जामिया फैकल्टी बने रीहेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया के पहले नेत्रहीन पीएचडी डिग्री होल्डर

नई दिल्ली: सौरभ राय, शिक्षक प्रशिक्षण और गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (IASE), स्पेशल एजुकेशन (विज़ुअल इंपेयरमेंट), जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सहायक प्रोफेसर ने नेशनल रीहेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी, लखनऊ के पहले नेत्रहीन पीएच.डी. डिग्री होल्डर का गौरव हासिल किया है.

श्री सौरभ राय का डॉक्टरेट रिसर्च ‘सपोर्ट सर्विसेज़ फॉर स्टूडेंट्स विद विज़ुअली चैलेंग्ज्ड इन हाइयर एजुकेशन इन्स्टिट्यूशन्स इन उत्तर प्रदेश: एन एक्सप्लोरेटरी स्टडी’ पर है.

यह कार्य उन अपर्याप्तताओं को सामने लाता है जो समाज में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय प्रणाली के संदर्भ में विकलांग व्यक्तियों के लिए बनाई गई सहायता प्रणाली की जानकारी देता हैं. यह मौजूदा प्रणाली में सर्वांगीण सुधार के लिए सिफारिशें भी करता है.

इससे पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया की पूर्व छात्रा उजमा खान को 6 प्रतिष्ठित अमेरिकी विश्वविद्यालयों से पूरी तरह से वित्त पोषित पीएचडी करने के ऑफर मिले थे. उन्होंने वर्ष 2021 में एप्लाइड साइंसेज विभाग, इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय, जामिया से एमएससी इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स किया है। उज्मा ने नौ अमेरिकी विश्वविद्यालयों में 100 प्रतिशत फैलोशिप के लिए आवेदन किया था और इनमें से 6 ऑफर प्राप्त हुए हैं. उनका शोध क्षेत्र अंडरवाटर वायरलेस कम्युनिकेशन एंड सिग्नल प्रोसेसिंग होगा.

उजमा को छह अमेरिकी विश्वविद्यालयों में शोध व अध्यापन सहायक की ऑन-कैंपस जॉब के लिए मंथली स्टाइपेंड के साथ-साथ 100 प्रतिशत ट्यूशन फीस छूट की पेशकश की गई है. इन विश्वविद्यालय के नाम हैं- लेह विश्वविद्यालय, सिनसिनाटी विश्वविद्यालय, मैरीलैंड विश्वविद्यालय बाल्टीमोर काउंटी, सनी (स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क) बफेलो, सुनी अल्बानी और न्यू हैम्पशायर विश्वविद्यालय.

उजमा ने लेह विश्वविद्यालय को चुना है और वह अगस्त 2022 में जॉइन करेंगी. उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा एकमुश्त रिलोकेशन अलाउंस भी दिया गया है. उन्होने कहा मैं लेह विश्वविद्यालय जॉइन कर रही हूं क्योंकि मेरी शैक्षिक योग्यता और शोध रुचि मेरे पोटेन्शल सुपरवाइजर के साथ से मेल खाती है.

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