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महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़, 14 की मौत, 50 से ज्यादा घायल..हादसे का कारण क्या?

Mahakumbh Mela Stampede

(File Photo)

Mahakumbh Mela Stampede: प्रयागराज के संगम तट पर कुंभ में बुधवार, 29 जनवरी की तड़के सुबह लगभग 2 बजे भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में 14 से अधिक लोगों की मौत की खबर है. वहीं 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए हैं. महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान है, जिस कारण भारी संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगाने आए हुए है.

संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद

भगदड़ के बाद घटना स्थल संगम तट पर पर 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल ले जाया गया. वहीं इस बड़ी घटना के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया. साथ ही संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है.

भगदड़ की क्या वजह रही

रिपोर्टों की मानें तो भगदड़ की बड़ी वजह यह रही कि अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे. इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ जमा हो गई. जिस कारण बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए. यह देखकर आसपास भगदड़ की अफवाह फैल गई.

प्रशासन ने संयम बरतने की अपील की

हालांकि अभी तक प्रशासन ने इस घटना पर मौतों का या फिर घायलों का आंकड़ा नहीं बताया है. प्रशासन ने बस लोगों से संयम बरतने की अपील की है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ की घटना के बाद कहा कि महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं, माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है. किसी भी अफवाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें.

महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने लगाया बड़ा आरोप

महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर कहा, “प्रशासन पूरी तरह फेल हो गया है. निकम्मा प्रशासन सिर्फ तुष्टिकण की नीति में लगा रहा. बस वीआईपी की सेवा में लगा रहा. प्रशासन को इस कुंभ से कोई मतलब नहीं है.”

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