मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे साफ होने लगे हैं. बीजेपी गठबंधन 220 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं अघाड़ी केवल 54 सीटों पर आगे है. इन सब के बीच शिवसेना की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. सांसद संजय राउत का कहना है कि यह जनता का फैसला नहीं है, कुछ तो गड़बड़ है.
संजय राउत का कहना है कि महायुति ने पूरी मशीनरी पर कब्जा कर लिया है. इस राज्य की जनता बेईमान नहीं है और शिंदे के कैंडिडेट कैसे जीत सकते हैं. संजय राउत ने कहा कि दो दिन पहले अडानी के खिलाफ फ्रॉड मामले में अरेस्ट वारंट निकला था, रिश्वत का केस, जिसमें 2 हजार करोड़ रुपये दिए गए. इससे बीजेपी की पोल खुल गई. संजय ने कहा कि महाराष्ट्र गौतम अडानी की जेब में जा रहा है. हमने इसका विरोध किया है कि हम राष्ट्र को अडानी की जेब में नहीं जाने देंगे.
संजय राउत ने कहा कि इस तरह के नतीजों को महाराष्ट्र के ऊपर लादा गया है. इस राज्य की जनता का मन हमें मालूम है और यह हो नहीं सकता है. लाडली बहन योजना पर किए गए सवाल पर राउत ने कहा कि यहां लाडले भाई हैं, लाडले नाना जी हैं, लाडले दादा जी हैं. सब कुछ लाडले हैं. हमें मालूम है कि यहां क्या है? ये जो फैसला आया है, वो जनता का फैसला नहीं हो सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि शिंदे के सारे उम्मीदवार कैसे जीत रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में मोदी और शाह ने कुछ ऐसा ही किया था कि विपक्ष का नेता कांग्रेस को नहीं मिलना चाहिए. इस बार भी उन्होंने यही रणनीति महाराष्ट्र में भी अपनाई है कि विधानसभा में विपक्ष का कोई नेता नहीं रहेगा. यह हमेशा बीजेपी की ही रणनीति है.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए मतगणना जारी है. महाराष्ट्र की जनता ने 20 नवंबर को उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद कर दी थी. महायुति बनाम महाविकास अघाड़ी (एमवीए) और इंडिया ब्लॉक बनाम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अधिक ये चुनाव महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे)-शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार)-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के लिए असली-नकली की लड़ाई माने जा रहे हैं.
यहां 288 विधानसभा सीटों पर सभी पार्टियों के कुछ 4,136 प्रत्याशी मैदान में हैं. इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं. 150 से ज्यादा सीट पर बागी उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें महायुति और एमवीए के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.