N Biren Singh’s Resignation: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार, 9 फरवरी की शाम को इस्तीफी दे दिया. मणिपुर पिछले दो सालों से हिंसा के चपेट में है. इस वजह से लगातार मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की इस्तीफे की बात चल रही थी.
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद दिया इस्तीफा
एन बीरेन सिंह ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद शाम को अपना इस्तीफा गवर्नर अजय कुमार भल्ला को सौंपा जहां गवर्नर ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. हालांकि गवर्नर ने बीरेन सिंह को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर पद संभालने के लिए कहा है.
विगत 21 महीनों से हिंसा जारी
मणिपुर में विगत 21 महीनों से हिंसा जारी है. इस हिंसा में अब तक सैकड़ों की संख्या में लोगों की जाने गई है. जिस कारण विपक्षी पार्टियां और पूरे देशभर से लोग इस्तीफे का दबाव बना रहे थे. बता दें कि मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है.
‘जानमाल के नुकसान के बावजूद पीएम मोदी ने पद पर बने रहने की अनुमति दी’
एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि करीब दो साल तक बीजेपी के सीएम बीरेन सिंह ने मणिपुर में बंटवारा कराया. मणिपुर में हिंसा, जानमाल के नुकसान और भारत के विचारों के विनाश के बावजूद पीएम मोदी ने उन्हें पद पर बने रहने की अनुमति दी.
सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे से पता चलता है कि बढ़ते जन दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव ने फैसले पर मजबूर कर दिया है. लेकिन सबसे जरूरी प्राथमिकता राज्य में शांति बहाल करना और मणिपुर के लोगों के जख्मों को भरने के लिए काम करना है.
‘पीएम मोदी को तुरंत मणिपुर का दौरा करना चाहिए’
राहुल गांधी ने आगे कहा कि पीएम मोदी को तुरंत मणिपुर का दौरा करना चाहिए, लोगों की बात सुननी चाहिए और वहां सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए योजना बतानी चाहिए.
बता दें कि मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है. मैतेई- कुकी समुदाय के बीच भड़की हिंसा को 600 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं.