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रांची हिंसा में जान गंवाने वाले मुदस्सिर फर्स्ट डिवीजन से पास, पर नहीं थम रहे मां-बाप के आंसू

पैगंबर मोहम्मद स. अ. व. के खिलाफ बीजेपी से निलंबित की जा चुकीं प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर झारखंड की राजधानी रांची समेत दूसरे शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान 10 जून को रांची में हुई हिंसा के दौरान दो लोगों की मौत हो गई. इसमें 15 साल का मुदस्सिर भी शामिल था, जिसकी घटनास्थल पर ही गोली लगने से मौत हो गई थी. अब जब झारखंड में दसवीं का रिजल्ट आया तो मुदस्सिर के परिजन गमगीन हो गए. दसवीं की परीक्षा में मुदस्सिर फर्स्ट डिविजन से पास हुआ.

मुदस्सिर को दसवीं में कुल अंक 333 (66.60 प्रतिशत) मिले. मुदस्सिर ने पुनदाग स्थित लिटिल एंजेल स्कूल से पढ़ाई की थी और यहीं से उसने मैट्रिक की परीक्षा भी दी थी. उसे अंग्रेजी में 71, हिंदी में 64, उर्दू में 70, साइंस में 60, सोशल साइंस में 68 और मैथ में 53 अंक मिले.

आज तक रिपोर्ट के अनुसार, रिजल्ट के बाद मुदस्सिर के पिता परवेज आलम और मां निखत परवीन का रो-रो कर बुरा हाल है. इस कामयाबी ने उन्हें खो चुके बेटे की फिर दर्दनाक याद दिला दी. परवेज आलम ठेला पर फल बेचकर अपना गुजर-बसर करते हैं. पैसों की किल्लत के बाद भी वह अपने बेटे को पढ़ा रहे थे. मां-बाप को अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका एकलौता बेटा मुदस्सिर उस भीड़ में कैसे शामिल हो गया, जहां से वह अब लौट कर नहीं आएगा.

इससे पहले लंबे इंतजार के बाद झारखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया. इस साल मैट्र‍िक में 95.60% छात्र पास हुए हैं. 95.06% जनरल और 95.34% एससी छात्र पास हुए. इंटर साइंस में 92.19 % छात्र पास हुए. इस साल तीन लाख 90 हजार छात्रों ने दसवीं की परीक्षा दी थी, जबकि इंटरमीडिएट इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए करीब 3 लाख छात्र उपस्थित हुए थे.

बता दें कि 10 दिन बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. मृतक के परिजनों के लाख कोशिशों के बावजूद उन्होंने प्राथमिकी दर्ज नहीं की. दो दिन पहले ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उनके परिवार से मुलाकात की थी. उन्होंने राज्य के सत्तारूढ़ जे. एम्. एम्. और बीजेपी को भी हत्या के लिए निशाना बनाया.

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