नई दिल्ली: एमएसओ ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉक्टर शुजात अली कादरी ने देश के मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि भारतीय मुसलमानों का हित केवल और केवल इस बात में है कि व्यापक भारतीय जनमत का समर्थन उसके साथ रहे. यह बात मुस्लिम सोसाइटी विशेष रूप से युवाओं को समझना होगा और जज्बात को परे रखना होगा.
आवाज़ द वॉयस की खबर के मुताबिक, उन्होंने अगाह करते हुए कहा कि भारतीय मुसलमानों का नेतृत्व अब मौजूदा धार्मिक या मुस्लिम संगठनों या व्यक्तियों द्वारा सफल नहीं होगा, क्योंकि उनमें रत्ती भर भी राजनीतिक समझ और दूरदर्शिता नहीं है. अपनी कयादत से हम विकास के मोर्चे पर तो पिछड़े ही, हमारी सोच और छवि पर भी बुरा असर पड़ा है.
#Thread on Identity Politics, Muslim & #Owaisi
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डेमोक्रेसी में संख्या बल माने रखता है और हम यहां अल्पसंख्यक है और रहेंगे तो हमारा राजनीतिक विमर्श इंक्लूसिव और सेकुलर होना चाहिए न की आइडेंटिटी आधारित।
ओवैसी नेतृत्व दे सकते हैं लेकिन विकल्प नहीं हो सकते, न वो और न उनकी पार्टी।— Dr. Shujaat Ali Quadri (@shujaatQuadri) August 28, 2022
उन्होंने कहा कि सिर्फ मुसलमानों के नाम पर बनी पार्टी को व्यापक जनमत का समर्थन कभी मिल ही नहीं सकता, तो वोट की राजनीति में ऐसी पार्टी कुछ कर ही नहीं सकती.
उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा ऐसे नेता जोशीले नारे और भड़काऊ भाषण देकर सभाओं में तालियां तो बजवा सकते हैं, लेकिन सीट नही जितवा सकते.
डॉक्टर शुजात अली कादरी ने कहा कि मुस्लिम युवाओं को नए सिरे से सोचना होगा और नई सोच का नया मुस्लिम समाज गढ़ना होगा. एक सेकुलर समाज में ही मुस्लिमों का भविष्य बेहतर है, इसलिए अपना नेतृत्व भी सेकुलर राजनीतिक ढांचे में ही देखना होगा.
धार्मिक मुद्दों के बजाय आर्थिक और सामाजिक सुधारों पर पूरा ध्यान लगाना होगा.