Pahalgam Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह के भाई को वक़्फ़ बोर्ड ने नौकरी दी. जम्मू कश्मीर वक़्फ़ बोर्ड की चेरयपर्सन डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने श्रीनगर में एक समारोह के दौरान शहीद आदिल के भाई को वक़्फ़ बोर्ड में नियुक्ति पत्र सौंपा. बता दें कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के दौरान सौयद आदिल हुसैन शाह निहत्थे ही आतंकियों से भीड़ गए थे, जिससे कई हिंदू सैलानियों की जान बच गई और उनकी जान चली गई.
‘जो आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं उन बहादुर कश्मीरियों को खिराजे अकीदत’
वक़्फ़ बोर्ड की चेरयपर्सन डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने शहीद आदिल के भाई नज़ाकत अली नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा, यह सिर्फ एक नियुक्ति पत्र नहीं है बल्कि उन बहादुर कश्मीरियों को खिराजे अकीदत है जो आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं. उनके परिवारों को इज्जत भरी जिंदगी देना हमारा फर्ज है.
उन्होंने कहा कि वक़्फ़ बोर्ड कश्मीरी लोगों के कल्याण के लिए हर संभव कदम उठा रहा है और यह हमेशा उन लोगों के साथ खड़ा है जो आतंकवाद का शिकार हुए हैं, या उसके खिलाफ बहादुरी से लड़े हैं.
पहलगाम आतंकी हमले में पर्यटकों की जान बचाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए स्व. आदिल हुसैन जी के छोटे भाई श्री नज़ाकत अली जी को जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन @drdarakhshan जी की उपस्थिति में आधिकारिक नियुक्ति पत्र सौंपा गया।
इस अवसर पर संगठन महामंत्री श्री @AshokKoul59 जी,… pic.twitter.com/6o78FuG6aJ
— Sat Sharma (CA) (@iamsatsharmaca) May 1, 2025
आदिल ने कई सैलानियों की बचाई थी जान
मीडिया की खबरों के अनुसार, चश्मदीदों ने बताया है कि जब आतंकवादियों ने टूरिस्टों पर हमला किया तो सैयद हुसैन मौके पर मौजूद था. उन्होंने आतंकवादियों को रोकते हुए जान से मारने से मना किया. उन्होंने कहा कि सैलानी मासूम है उनके साथ ऐसा न करें. सभी सैलानी कश्मीर के मेहमान है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि इनका धर्म क्या है? लेकिन आतंकवादियों ने सैयद हुसैन शाह को धक्का दे दिया, जिससे वह जमीन पर गिर गया.
चश्मदीदों ने आगे बताया था कि उसने आतंकी के हाथ से A-47 छीनने की कोशिश की, इस दौरान राइफल से गोली चल गई और सैयद हुसैन शाह के शरीर में लग गई, जिससे वह जख्मी हो गया लेकिन उसने आतंकी की रायफल नहीं छोड़ी