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जामिया के छात्रों के दो गुटों में दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर हंगामा, छात्रों के साथ मारपीट

फोटो साभार: सोशल मीडिया

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नई दिल्ली: दिल्ली में स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया देश की प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में से एक है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि NIRF Ranking 2024 में जामिया की तीसरी रैंक थी. लेकिन अब ये यूनिवर्सिटी यहां हाथापाई और हंगामे के लिए चर्चा में है. आइए, जानते हैं कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में ऐसा क्या हुआ कि देश की टॉप यूनिवर्सिटीज में से एक अब फिर से विवादों में आ गई है.

जामिया विश्वविद्यालय में दिवाली से पहले दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मंगलवार शाम गेट नं. 7 के पास ये कार्यक्रम हो रहा था. यहां पर रंगोली भी बनाई गई थी. तभी वहां लोग आए और उन्होंने दीये पैरों से कुचल दिए, रंगोली बिगाड़ दी और नारे लगाए. फिर विश्वविद्यालय के दो गुट आमने-सामने हो गए. हंगामे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं.

बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दिवाली कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामे पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया एलुमनाई एसोसिएशन ने अपना बयान जारी किया है.

ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, फ्रेटरनिटी मूवमेंट छात्र संगठन के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद अल्फूज ने बताया है कि यूनिवर्सिटी में एक दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसे युवा नामक छात्र समूह ने आयोजित किया. इस कार्यक्रम के तहत रंगोली प्रतियोगिता भी रखी गई थी. इसे यूनिवर्सिटी परिसर में आयोजित करने की अनुमति शाम 6 बजे तक थी. लेकिन ये कार्यक्रम शाम 7 बजे भी चल रहा था. तभी वहां 8-10 बाहरी लोग आए. अल्फूज का दावा है कि इनमें ABVP के लोग भी रहे. वे परिसर में घुसे और नारे लगाए. मोहम्मद अल्फूज के मुताबिक, उन्हीं लोगों ने जामिया के छात्रों को ‘बाहरी’ कहा. फिर विवाद बढ़ गया और हाथापाई तक की नौबत आ गई. ऐसा ही दावा NSUI और SFI की ओर से किया गया.

ABVP ने NSUI, SFI और फ्रेटरनिटी मूवमेंट के आरोपों का जवाब दिया है. ABVP के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा- जामिया में हुए हंगामे के लिए ABVP जिम्मेदार नहीं है. उन्होंने दावा किया कि कुछ बाहरी लोग जामिया के कैंपस में घुसे और फिलिस्तीन से जुड़े नारे लगाने लगे, इसी कारण वहां पर हंगामा हो गया.

वहीं, इस पूरे हंगामा के मामले में पुलिस को अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है. वहीं करीब 1 घंटे तक चले हंगामे के बाद सुरक्षा कर्मियों ने मामले को शांत कराया. वहीं कैंपस के बाहर दिल्ली पुलिस की तैनाती कर दी गई है.

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