संभल: समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन आज संभल पहुंच गया है. जिसमें 10 मेंबर शामिल हैं, यह डेलिगेशन 24 नवंबर को हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई थी.
इस दौरान संभल हिंसा में मारे गए पांच मुस्लिम युवकों के परिजनों को सपा के डेलिगेशन ने 5-5 लाख रुपए के चेक दिए. हिंसा के 37 दिन बाद सांसद जियाउर्रहमान बर्क आज संभल पहुंचे. इस दौरान सांसद ने कहा ‘अब अगर पुलिस का डंडा भी गायब हुआ तो मुझे ही जिम्मेदार बताया जाएगा.’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुलाकात के बाद डेलीगेशन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को रिपोर्ट सौपेंगे. यह पहली बार है जब सपा डेलिगेशन संभल पहुंचा है. सपा के जिला महासचिव सईद अख्तर इसराइली ने जानकारी दी है कि संभल हिंसा में मारे गए लोगों को पांच-पांच लाख रुपये का चेक दिया गया है.
10 मेंबर के इस डेलिगेशन की अगुवाई विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिष के नेता प्रतिलक्ष बिहारी पांडेय कर रहे हैं. इसके साथ ही स्थानीय सांसद और विधायक भी मौके पर मौजूद रहे.
सपा का डेलिगेशन पंहुचा संभल, मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की आर्थिक मदद#SambhalNews #sadaatimes
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— SADAA Times (@SADAA_Times) December 30, 2024
संभल हिंसा में मारे गए पांच मुस्लिम युवकों के परिजनों को सपा के डेलिगेशन ने आज 5-5 लाख रुपए के चेक दिए।
हिंसा के 37 दिन बाद सांसद जियाउर्रहमान बर्क आज संभल पहुंचे।
सांसद ने कहा- अब अगर पुलिस का डंडा भी गायब हुआ तो मुझे ही जिम्मेदार बताया जाएगा।
हिंसा के बाद अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था. पुलिस ने संभल हिंसा मामले में कई एफआईआर दर्ज भी की हैं. जिसमें संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क का नाम भी है. वहीं इस मामले में 49 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
बता दें, 24 अक्टूबर को संभल में हिंसा हुई थी. इस दौरान 5 लोगों की मौत हुई थी. वहीं कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे. यह हिंसा कोर्ट के एक ऑर्डर के बाद शुरू हुई थी. जिसमें शाही मस्जिद के सर्वे की बात की गई थी. 19 नवंबर को लोकल कोर्ट ने हिंदू पक्ष की अपील सुनकर जांच के आदेश दिए थे. इस दौरान मुस्लिम पक्ष को नहीं सुना गया. जिससे इलाकाई लोग नाराज थे. 19 नवंबर को ही टीम सर्वे करने के लिए पहुंच गई. लेकिन, सर्वे पूरा नहीं हो पाया और फिर टीम 24 नवंबर को संभल शाही मस्जिद पहुंची. इसी दौरान पत्थरबाजी, आगजनी और फायरिंग के मामले पेश आए. जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई.