हैदराबाद: रीइंबर्समेंट ऑफ ट्यूशन फीस (RTF) स्कॉलरशिप जारी करने में देरी के कारण हजारों मुस्लिम छात्र अपनी शिक्षा जारी रखने और नौकरियां हासिल करने में संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि कॉलेज बकाया भुगतान के कारण उनकी मूल प्रमाण पत्र रोक रहे हैं. एसआईओ तेलंगाना (SIO Telangana) और असीम (ASEEM) ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से तत्काल हस्तक्षेप कर इस संकट को हल करने की मांग की है.
‘छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन’
असीम के संयोजक एस क्यू मसीद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जो छात्र वर्षों पहले स्नातक कर चुके हैं, वे नौकरियों के लिए आवेदन करने या उच्च शिक्षा जारी रखने में असमर्थ हैं क्योंकि उनके प्रमाण पत्र रोके जा रहे हैं. यह उनके अधिकारों का खुला उल्लंघन है.”
‘2024-25 में एक भी छात्रवृत्ति स्वीकृत नहीं की गई’
कांग्रेस सरकार के चुनावी वादों के बावजूद, आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 2024-25 में एक भी छात्रवृत्ति स्वीकृत नहीं की गई. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के आंकड़ों में छात्रवृत्तियों के वितरण में भारी गिरावट देखी गई है, जिससे छात्रों की वित्तीय कठिनाइयाँ और बढ़ गई हैं.
वर्ष प्राप्त आवेदन स्वीकृत आवेदन
2022-23 1,63,809 7,927
2023-24 1,54,725 40
2024-25 1,21,805 00
SIO तेलंगाना के सचिव ताजुद्दीन ने मांग की कि सरकार को तुरंत बकाया छात्रवृत्ति जारी करनी चाहिए और कॉलेजों को छात्रों के प्रमाण पत्र रोकने से रोकना चाहिए.
SIO और असीम की प्रमुख माँगें:-
- आरटीएफ छात्रवृत्ति की तत्काल रिहाई, जिससे छात्रों का अकादमिक नुकसान रोका जा सके.
- कॉलेजों द्वारा प्रमाण पत्र रोकने पर सख्त कार्रवाई.
- सरकार को चुनावी वादों को पूरा न करने की जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए.
एसआईओ तेलंगाना और असीम ने चेतावनी दी है कि अगर इस मुद्दे को जल्द हल नहीं किया गया, तो राज्यव्यापी प्रदर्शन किए जाएंगे.