कानपुर: यूपी के कानपुर के एक निजी स्कूल में सुबह की प्रार्थना के दौरान कथित तौर पर इस्लामिक कलमा पढ़ाने पर अभिभावकों ने आपत्ति जताई है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में फ्लोरेट्स स्कूल विवादों के केंद्र में है क्योंकि स्कूल में सभी धर्मों के छात्रों को सुबह की प्रार्थना के हिस्से के रूप में गायत्री मंत्र और गुरुबानी के साथ साथ कथित तौर पर इस्लामिक कलमा पढ़ाया जा रहा था. इस बारे में अभिभावकों को जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया. आरोप था कि स्कूल छात्रों पर धर्म थोप रहा है.
UP | Parents object to recitation of Islamic prayer during morning prayer at a school in Kanpur
We've prayers from all religions be it Hinduism, Islam, Sikhism & Christianity. As parents objected to Islamic prayer, we've stopped it & only national anthem is being sung:Principal pic.twitter.com/lywPvmpi5E
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 1, 2022
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, आपत्ति जताने वाले माता-पिता का कहना है कि मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि बच्चा इस्लामी कलमा पढ़ रहा है. पूछताछ करने पर उसने कहा कि उसने इसे स्कूल में सीखा है. मैं स्कूल गया लेकिन एडमिन ने इसे रोकने से मना कर दिया. फिर मैंने व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और बीजेपी के लोगों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी बताया.
My wife informed me about child reciting Islamic prayer fluently. Upon being questioned, he said he learnt it at school. I went to school but admin refused to stop it. Then I created WhatsApp group & informed the people along with those from BJP, says parent who raised objection pic.twitter.com/ZchaDj3mb9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 1, 2022
हिन्दुस्तान न्यूज़ के अनुसार, इस विवाद के बाद हिंदू धर्म का पालन करने वाले स्कूल के प्रिंसिपल सुमित मखीजा ने कहा कि 2003 में स्थापित, स्कूल में गायत्री मंत्र का पाठ करने का एक अनुष्ठान है जो हिंदू धर्म का हिस्सा है, गुरुबानी जो सिख धर्म का हिस्सा है, इस्लामी कलमा और सुबह की सभा में अन्य धार्मिक छंद हैं. यह प्रथा अब एक दशक से चल रही थी. हम सभी धर्मों से प्रार्थना करते हैं चाहे वह हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख और ईसाई धर्म हों. चूंकि माता-पिता ने इस्लामिक कलमा पर आपत्ति जताई, हमने इसे रोक दिया है और केवल राष्ट्रगान गाया जा रहा है.
फ्लोरेट्स स्कूल
वहीं कानपुर के एसीपी निशंक शर्मा ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जब स्कूल प्रशासन से बात की तो स्कूल प्रशासन ने प्रार्थना को रोक दिया है. वहीं पूरे मामले पर एसीएम का कहना है कि अगर कोई अभिभावक लिखित शिकायत देता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.