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AAP विधायकों को विधानसभा गेट पर रोकने के बाद हंगामा, परिसर के बाहर प्रदर्शन.. आतिशी ने लगाया बड़ा आरोप

Delhi Assembly Session

Delhi Assembly Session

Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा में एक तरफ जहां आज यानी कि गुरुवार, 27 फरवरी को विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की कार्रवीई चल रही है, तो दूसरी तरफ विधानसभा परिसर के बाहर जोरदार हंगामा चल रहा है. आम आदमी पार्टी के विधायक परिसर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष आतिशी, बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के अन्‍य विधायकों के साथ परिसर के बाहर धरने पर बैठी है. साथ ही आतिशी ने विधानसभा परिसर में नहीं घुसने देने का बड़ा आरोप लगाया है.

‘संसदीय इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ’

दिल्ली की पूर्व CM और दिल्ली की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस के अफसर बता रहे हैं कि स्पीकर साहब का आदेश है कि आम आदमी पार्टी के विधायकों को विधानसभा का गेट पर ही रोक लिया जाए. देश के पूरे संसदीय इतिहास में आज तक किसी भी विधानसभा परिसर से या संसद के परिसर से एक चुने हुए विधायक या सांसद को परिसर में प्रवेश करने पर रोका गया हो, यह भारत के 75 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ.

आम आदमी पार्टी के विधायक बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. जहां आतिशी समेत आप विधायकों ने बाबा साहेब आंबेडकर के तस्वीर के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 

क्यों शुरू हुआ हंगामा?

आपको बता दें कि यह हंगामा बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के मुद्दे को लेकर हो रहा है. दरअसल, सीएम दफ्तर और दिल्‍ली विधानसभा में बाबा साहेब आंबेडकर और भगत सिंह की तस्‍वीर की लोकेशन को बदला गया है. पहले यह सीएम और विधानसभा स्‍पीकर के पीछे हुआ करती थी. अब इन्‍हें साइड में लगा दिया गया है. इनके स्थान पर राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री की फोटो लगाई गई है. आतिशी का कहना है कि ऐसा कर बीजेपी ने बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया है.

वहीं इससे पहले 25 फरवरी को सदन में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शराब नीति पर CAG की रिपोर्ट पेश की थी. इसपर स्पीकर विरेंद्र गुप्ता ने कहा था कि इस रिपोर्ट को पिछली सरकार ने काफी देर तक रोक कर रखा था. इस मामले पर सदन में हंगामा शुरु हो गया था. जिसके बाद आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों को 25 फरवरी को सदन में दिनभर के लिए निष्कासित कर दिया गया था.

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