Waqf Amendment Bill: लोकसभा में आज यानी कि बुधवार, 2 अप्रैल को वक़्फ संशोधन बिल 2024 पेश किया गया. इस बिल को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में पेश किया. सुबह 12 बजे से बिल पर 8 घंटे की चर्चा शुरू हुई.
किरेन रिजिजू ने बिल पर 58 मिनट चर्चा की
किरेन रिजिजू ने इस बिल पर 58 मिनट चर्चा की. चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने 5 मार्च 2014 को 123 प्राइम प्रॉपर्टी को दिल्ली वक्फ बोर्ड को ट्रांसफर कर दीं. ऐसा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अल्पसंख्यक वोटों के लिए किया गया पर वे चुनाव हार गए
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बोला- बिल पास हुआ तो देशभर में आंदोलन करेंगे
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने आज ही यानी कि बुधवार, 2 अप्रैल को वक़्फ़ बिल के संबंध में एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित किया. जहां AIMPLB ने वक़्फ़ बिल पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई. AIMPLB के प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने बिल की निंदा करते हुए कहा कि अगर यह बिल संसद में पास हो जाता है, तो हम इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे. हम चुप नहीं बैठेंगे. हम अपने पास उपलब्ध सभी कानूनी और संवैधानिक प्रावधानों का उपयोग करेंगे. जब तक प्रस्तावित संशोधन वापस नहीं लिए जाते, हम शांतिपूर्ण आंदोलन चलाएंगे. बिल भेदभावपूर्ण और सांप्रदायिक रूप से प्रेरित है.
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी विरोध में कपड़े पहनकर संसद पहुंचे
लोकसभा में पेश होने वाले वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे. इमरान प्रतापगढ़ी ने इस विधेयक को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह संविधान की भावना के विपरीत है और उनकी पार्टी इसका पूरी तरह से विरोध करेगी.
Congress MP Imran Pratapgarhi arrives at the Parliament wearing black attire to protest against the Waqf Amendment Bill, which will be introduced in Lok Sabha today pic.twitter.com/5UdDhZedtH
— ANI (@ANI) April 2, 2025
अखिलेश यादव का बीजेपी सरकार पर हमला
वहीं सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी जब भी कोई बिल लाती है तो वो कोई सच छिपा रही होती. उन्होंने कहा कि बीजेपी यह बिल लाकर उन समर्थकों को तुष्टीकरण करना चाहती है जो बीजेपी की आर्थिक नीति, महंगाई और बेरोजगारी की वजह से छटक गई हैं. जब से वोट में गिरावट आई है, खास तौर पर उत्तर प्रदेश में, तब से बीजेपी अपने वोट को संभालने में लगी हुई और वोट को संभालने के लिए ही यह बिल लाया गया है.