Waqf Amendment Bill: AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक़्फ़ संसोधन विधेयक को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. ओवैसी ने कहा कि सरकार का एक ही मकसद है वक़्फ़ की संपत्ति पर कब्जा करना.
‘अब वक़्फ़ बोर्ड में इलेक्शन नहीं होगा’
असदुद्दीन ओवैसी ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि वक़्फ़ बोर्ड मुसलमानों के उन संपत्ति के लिए है जो हमारे बुजुर्गों ने अल्लाह के नाम पर दान में दिया था. उसमें आप गैर मुस्लिम को मेंबर बना रहे हैं. अब बोर्ड में इलेक्शन नहीं होगा उसमें मेंबर नॉमिनेट होंगे तो ज्यादा संख्या में गैर मुस्लिम भी मेंबर हो सकते हैं.
वक़्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम मेंबर क्यों?
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे यह भी कहा कि हिंदू बोर्ड में जब कोई मुस्लिम मेंबर नहीं बन सकता है तो वक़्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम मेंबर कैसे बन सकता है. सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में सदस्य सिख ही बन सकता है.
‘सरकार वक़्फ़ की संपत्ति को छीनना चाह रही है’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार जितनी वक़्फ़ की संपत्ति है उसे छीनना चाह रही है, यही उनका मकसद है. इसमे मस्जिद, दरगाह, खानकाह और कब्रिस्तान भी शामिल हैं.
विपक्षी सांसद कर रहे हैं विरोध
बता दें कि वक़्फ़ (संशोधन) विधेयक की जांच कर रही संसद की ज्वॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) ने 30 जनवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी है. JPC के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने ओम बिरला से संसद भवन में ऑफिस में मुलाकात की थी. जहां लोकसभा अध्यक्ष के साथ बैठक के बाद उन्हें ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी गई.
शुरुआत से ही इस बिल का विरोध विपक्षी सांसद कर रहे हैं. विपक्षी सांसदों का आरोप है कि ज्वॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी ने उनकी कोई बत नहीं सुनी.