नई दिल्ली: एनएमडीएफसी (National Minorities Development & Finance Corporation) ने अल्पसंख्यक कारीगरों के लिए रोज़गार मुहैया कराने के लिए अपने यहां एक प्लैटफ़ॉर्म क़ायम किया है जहां पर अल्पसंख्यक कारीगर अपने सामान को पंजीकरण करा कर बेच सकते हैं और मुनाफा कमा सकते है. इसके लिए एनएमडीएफसी ने एक कैटलॉग बनाया है जहां पर कारीगर जा कर देख सकते हैं और उससे जुड़े उत्पादों को अपने यहां तैयार कर बेच सकते हैं.
एनएमडीएफसी ने कारीगरों के उत्पादों को ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से एक प्लैटफ़ॉर्म उपलब्ध कराया है जहां पर अपने उत्पाद बेचने के इच्छुक कारीगर, पंजीकरण करा सकते हैं. एनएमडीएफसी वेबसाइट पर सूचीबद्ध संगठनों के लिए सीधे उनके उत्पादों का प्रदर्शन और ऑनलाइन बिक्री हो सकती है. एनएमडीएफसी ने एक कैटलॉग भी विकसित किया है जहां पर अब तक 252 उत्पाद सूचीबद्ध हैं.
शिल्प सूची में बेहतरीन और हस्तनिर्मित शिल्प उत्पाद शामिल हैं जैसे धातु कला, आभूषण, सिरेमिक जैसे विभिन्न शिल्प
मिट्टी के बर्तन, लकड़ी के शिल्प, चमड़े के सामान, जूट शिल्प, बांस उत्पाद, मैट, पेपर माची, हस्तशिल्प, संगमरमर
शिल्प, जूते, हथकरघा, पेंटिंग इत्यादि शामिल हैं.
इस कैटलॉग में शामिल कारीगर विभिन्न राज्यों से हैं जैसे गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, जम्मू और कश्मीर, पुडुचेरी, असम, मध्य प्रदेश, गोवा, झारखंड, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल.
यह कैटलॉग बिचौलियों पर निर्भर रहे बिना खरीदारों को सीधे बेहतरीन उत्पादों की सोर्सिंग करने में भी मदद करेगा. कैटलॉग को एनएमडीएफसी वेबसाइट के रिसोर्स सेक्शन में जाकर देखा जा सकता है. www.nmdfc.org जिसमें हथकरघा/हस्तशिल्प उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री में लगे संगठनों की सूची है.
इसके अलावा एनएमडीएफसी जरूरतमंदों को लोन भी मुहैया कराता है ताकि जो लोग कुछ करना चाहते हैं वो लोन ले कर अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं और अपना गुज़र बसर कर सकते हैं. इसके लिए आसान किस्तों पर लोन दिया जाता है अधिक जानकारी के लिए www.nmdfc.org पर जाएं.