Chamoli Uttrakhand:उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया है. चमोली जिले के ऊंचाई वाले सीमावर्ती गांव माणा के पास शुक्रवार, 28 फरवरी को हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organization) के लगभग 57 कर्मचारी फंस गए.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी में शुरू में 57 कर्मचारी दब गए थे जिसमें से 16 कर्मचारियों को बचा लिया गया है. चमोली के जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने कहा कि हिमस्खलन में माणा और बद्रीनाथ के बीच सीमा सड़क संगठन का एक शिविर हिमस्खलन के दौरान दब गया. उन्होंने बताया कि शिविर में 57 मजदूर थे.
घटना में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर कहा कि जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है. भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं.
‘फँसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता’
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री
पुष्कर सिंह धामी जी, DG ITBP और DG NDRF से बात की. हादसे में फँसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है.स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है. NDRF की दो टीमें भी जल्द ही घटना स्थल पर पहुँच रही हैं.