हिजाब पहन कर स्कूल गई बच्ची के पीछे दौड़ा पत्रकार, वीडियो देखकर लोगों का गुस्सा फूटा

कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच जब एक स्कूल में 10-12 साल की बच्ची हिजाब में पहुंचती है. उसका चेहरा खुला दिख रहा है, सिर्फ सिर पर उसके दुपट्टा है. उसे गेट पर मौजूद शिक्षिकाएं जाने देती हैं. बच्ची अपने क्लासरूम की तरफ जाने लगती है, तभी पीछे से एक पत्रकार फोटो लेने के लिए दौड़ने लगता है. बच्ची पीछे मुड़कर देखती है. पत्रकार को दौड़ता देख वह भी क्लासरूम की तरफ भागने लगती है. लेकिन पत्रकार तेजी से उसके आगे पहुंचकर फोटो ले ही लेता है. इस वीडियो को देखकर लोग आहत हैं.

मशहूर पत्रकार राणा अय्यूब ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि ‘हिजाब में स्कूली बच्चे के पीछे दौड़ता एक बहादुर पत्रकार. यह है हमारी मीडिया.’

इस वीडियो को ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रीट्वीट किया है.

एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि ‘वे ‘पत्रकार’ नहीं हैं, वे ‘गिद्ध’ हैं जो मासूम बच्चों का पीछा करते हैं.’

पत्रकार और यूट्यूबर साक्षी जोशी ने इस फोटोग्राफर के लिए सिर्फ दो शब्द कहे हैं-बदतमीज फोटोग्राफर.

बच्ची का पीछा करते हुए वीडियो को आर जे सायमा ने शेयर कर लिखा है कि ‘भारत में कई पत्रकार जंगली जानवर बन गए हैं. इस वीडियो में एक को देखा जा सकता है.’ इस वीडियो को जाने माने पत्रकार अजीत अंजुम ने भी रीट्वीट किया है.

बता दें कि 14 फरवरी को कर्नाटक के कुछ स्कूलों में हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश की पालना में छात्राओं से कैम्पस में प्रवेश करने से पहले हिजाब उतारने के लिए कहा गया था. ऐसे में छात्राओं को खुले स्थान पर ही हिजाब उतारने के लिए कहे जाने के कई वीडियो की से वजह सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ औऱ बहुतों ने इसे ‘बेइज़्ज़ती करने वाला’ अनुभव करार दिया.

मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने से रोकने पर विवाद दिसंबर में शुरू हुआ था, जब कर्नाटक के उडुपी जिले की छह छात्राओं ने आवाज़ उठाई थी. उसके बाद वही लड़कियां हाईकर्ट में गुहार करने पहुंची थीं. तभी से यह मामला बढ़ता चला जा रहा है और इसी मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट तक में अर्ज़ी दाखिल की जा चुकी है. हालांकि भारत के प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमणा ने कहा, ‘हम उचित समय आने पर ही इस मामले में दखल देंगे…’

पिछले कुछ हफ्तों में विरोध प्रदर्शन तेज़ी पकड़ते आ रहे हैं, और पिछले सप्ताह तो मंड्या की एक छात्रा के साथ भगवा लहराते और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते कुछ पुरुषों ने बदतमीज़ी भी की. इसके अलावा, कुछ स्थानों पर पत्थर फेंके जाने और पुलिस द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे जाने की भी ख़बरें मिलीं.

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