नई दिल्ली: भारत में अब तक ओमिक्रॉन सबवैरिएंट बीएफ.7 के कुल तीन मामले पाए गए हैं, इसी वैरिएंट के कारण चीन में कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है। एक सूत्र ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्र के अनुसार, अक्टूबर में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा बीएफ.7 के पहले मामले का पता चलने के बाद, उसी महीने एक और मामला सामने आया था और नवंबर में इस वैरिएंट का तीसरा मामला सामने आया था।
रॉयल बुलेटिन की खबर के अनुसार, इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को भारत में कोविड-19 की स्थिति और इसकी निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, कुछ देशों नें तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर यह बैठक बुलाई गई, इसमें स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार, नीति आयोग के सदस्य, स्वास्थ्य, डॉ वीके पॉल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मांडविया ने भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) नेटवर्क के माध्यम से वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए पॉजिटिव केस सैंपल के जीनोम अनुक्रमण के लिए निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का निर्देश दिया ताकि देश में चल रहे नए वैरिएंट, यदि कोई है, उसका समय पर पता लगाया जा सके। इससे उचित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने में सुविधा होगी।
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे सभी कोविड-19 सकारात्मक मामलों के नमूने दैनिक आधार पर आईएनएसएसीओजी जीनोम सीक्वेंसिंग लेबोरेटरीज (आईजीएसएल) को भेजें, ताकि नए वेरिएंट को ट्रैक किया जा सके।
उन्होंने दोहराया कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है, उन्होंने अधिकारियों को पूरी तरह से मुस्तैद रहने और निगरानी को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों से कोविड नियमों का पालन करने और कोविड का टीका लगवाने का आग्रह किया।