तेहरान: ईरान के दक्षिणी शहर शिराज में शाह चेराग धार्मिक स्थल पर हुए एक आतंकवादी हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों में एक महिला और दो बच्चे भी शामिल हैं.
रिपोर्ट में कहा गया था कि हमले के पीछे तीन आतंकवादी थे, फार्स प्रांत के पुलिस कमांडर ने कहा कि दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन इलाके के न्यायपालिका प्रमुख ने कहा कि हमले में सिर्फ एक आतंकवादी शामिल है.
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, तथाकथित इस्लामिक स्टेट गुट (IS) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. प्रांतीय मीडिया के मुताबिक “तकफीरी आतंकवादी” हमले के लिए जिम्मेदार हैं.
न्यूज एजेंसी एरना के मुताबिक, हमले में दो बच्चे और एक महिला मारे गए हैं. एजेंसी ने उनकी एक फोटो भी छापी है जिसमें उनकी लाशों को रैपर से लिपटा हुआ दिखाया गया है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने हमले पर त्वरित प्रतिक्रिया दी है. उनके मुताबिक “इस हमले का जवाब दिया जाएगा. सुरक्षाबल और कानून व्यवस्था हमले की साजिस रचने वालों को जल्द ही सबक सिखाएंगे.”
बताया जाता है कि शाह चेराग धार्मिक स्थल पर दो गुम्बद हैं. ये दोनों गुम्बद शिया समुदाय के 7वें इमाम मूसा अल कादिम के दो बेटों के हैं. वह आठवें इमाम अली अल रिदा के भाई हैं.
संयुक्त राष्ट्र संघ के जेनेरल सेक्रेटरी के एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता के मुताबिक धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना “जघन्य अपराध” है.
इसी साल अप्रैल में मश्शाद शहर में मौजूद शिया तीर्थ स्थल पर दो शिया मौलयों पर चाकू से हमला किया गया था. बताया गया कि हमलावर का ताल्लुक अफगानिस्तान से था. उसे जून में फांसी दी गई.
आईएस (IS) ने साल 2017 में बम से दो हमले किए थे. एक हमले में संसद की बिल्डिंग को निशाना बनाया तो दूसरे हमले में इस्लामिक रिपब्लिक के संस्थापक अयातुल्ला खुमैनी के मकबरे को निशाना बनाया गया.

