हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को जनसंख्या नीति पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि देश में पहले से ही वैकल्पिक दरें हैं.
ओवैसी ने एक ट्वीट में कहा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक ही है, तो असंतुलन कहां है? जनसंख्या को नियंत्रित करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
समस्या बढ़ती उम्र और बेरोजगार युवाओं की है, जो बुजुर्गों की मदद नहीं कर सकते. मुसलमानों में जन्म दर सबसे ज्यादा घटी है.
ओवैसी ने आगे कहा कि जनसंख्या असंतुलन पर भय फैलाने के परिणामस्वरूप दुनिया भर में नरसंहार, जातीय सफाई और घृणा अपराधों में वृद्धि हुई है.
If Hindus & Muslims have “same DNA” then where’s the “imbalance”? There’s no need for population control as we’ve already achieved replacement rate. The worry is an ageing population & unemployed youth who cannot support elderly. Muslims have sharpest decline in fertility rate2/2
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 5, 2022
बता दें कि बुधवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि भारत को व्यापक सोच के बाद अपनी जनसंख्या नीति बनानी चाहिए और इसे सभी समुदायों पर समान रूप से लागू करना चाहिए. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि समुदाय के आधार पर जनसंख्या असंतुलन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.