कराची: बेन डकेट (नाबाद 82) और कप्तान बेन स्टोक्स (नाबाद 35) की शानदार पारियों से इंग्लैंड ने पाकिस्तान को तीसरे टेस्ट में चौथे दिन मंगलवार को आठ विकेट से पीटकर तीन मैचों की सीरीज को 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया।
इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 167 रन का लक्ष्य मिला था और उसने दो विकेट पर 112 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। डकेट ने 50 और स्टोक्स ने 10 रन से आगे खेलना शुरू किया।
इंग्लैंड ने बिना किसी और नुकसान के 11.1 ओवर में शेष रन हासिल कर लिए और सीरीज को सुबह के सत्र में ही क्लीन स्वीप कर लिया।
पाकिस्तान को कराची के नेशनल स्टेडियम में अपनी तीसरी टेस्ट हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले वह यहां इंग्लैंड से 2000 में और दक्षिण अफ्रीका से 2007 में हार चुका है।
इंग्लैंड टीम. फोटो: सोशल मीडिया
पाकिस्तान ने यहां 45 में से 23 टेस्ट मैच जीते हैं, जबकि 19 ड्रॉ रहे हैं। कराची में अब भी उनके हार का प्रतिशत सिर्फ 6 प्रतिशत से अधिक है, जो कि कम से कम 20 टेस्ट मैच खेले किसी भी मैदान में सबसे कम है।
यह पहला मौका है, जब पाकिस्तानी टीम का तीन या उससे अधिक टेस्ट मैच की किसी घरेलू सीरीज में क्लीन स्वीप हुआ है। वहीं किसी मेहमान टीम के लिए यह नौवां मौका है, जब उन्होंने किसी घरेलू टीम को तीन या उससे अधिक टेस्ट मैच की सीरीज में सूपड़ा साफ किया हो। इससे पहले इंग्लैंड टीम ने ही 2018 में श्रीलंका को 3-0 से हराया था।
यह पाकिस्तानी टीम की घरेलू सरजमीं पर लगातार चौथी हार है, जो कि घर में उनके लिए सर्वाधिक है। इससे पहले उसने 1956 और 1959 के बीच लगातार तीन टेस्ट हारे थे।
18 साल 126 दिन की उम्र में रेहान अहमद, इंग्लैंड की ओर से टेस्ट खेलने वाले सबसे युवा टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं। इसके अलावा वह डेब्यू मैच में पांच विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज भी बन गए हैं। इससे पहले यह दोनों रिकॉर्ड पैट कमिंस के नाम थे, जब उन्होंने 2011 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 18 साल और 193 दिन की उम्र में टेस्ट डेब्यू करते हुए छह विकेट चटकाए थे।
इंग्लैंड के स्पिनरों ने इस मैच में 16 विकेट लिए, जो कि किसी भी मेहमान टीम के स्पिनरों द्वारा पाकिस्तान में किया गया संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 1961-62 के पाकिस्तान दौरे के ढाका टेस्ट में भी इंग्लिश टीम ने ऐसा किया था। तब ढाका पाकिस्तान का हिस्सा हुआ करता था।
बेन स्टोक्स ने कप्तान के रूप में 2022 में नौ टेस्ट मैच जीते हैं। सिर्फ सात अन्य कप्तानों ने एक कैलेंडर साल में ऐसा किया है। इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन के नाम 2004 में 10 टेस्ट जीत है।
हैरी ब्रूक ने इस सीरीज के सभी तीन मैचों में शतक लगाए। विदेशी जमीन पर तीन या उससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में वह ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे मेहमान बल्लेबाज हैं। इससे पहले यह कारनामा डैरिल मिचेल ने किया था, जब वह इस साल इंग्लैंड दौरे पर गए थे।
हैरी ब्रूक को उनके इस मैच में शतक के लिए प्लेयर आफ द मैच और सीरीज में 468 रन बनाने के लिए प्लेयर आफ द सीरीज का पुरस्कार मिला। इस सीरीज में इंग्लैंड का रन रेट 5 से अधिक था।
तीन या उससे अधिक मैचों की सीरीज में कभी भी कोई टीम पांच के रन रेट के भी करीब नहीं पहुंची है। इससे पहले आस्ट्रेलिया ने 2015-16 के वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू सीरीज में 4 से अधिक के रन रेट से रन बनाए थे।
—आईएनएस