पुणे: भारत के प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने श्रीलंका से दूसरे टी20 में हार के बाद कहा है कि युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखना होगा क्योंकि उनका भी ऑफ डे हो सकता है।
युवा खिलाड़ियों अर्शदीप सिंह, शुभमन गिल, शिवम मावी और राहुल त्रिपाठी का गुरूवार को ऑफ दिन रहा और भारत दूसरे मैच में 16 रन से हार गया जिससे तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गयी।
अर्शदीप ने दूसरे मैच में पांच नो बॉल फेंकी और टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इतनी नो बॉल फेंकने वाले हामिश रदरफोर्ड के बाद दूसरे गेंदबाज बन गए।
विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने जल्दी कई विकेट गंवाए लेकिन अक्षर पटेल (65) और सूर्यकुमार यादव (51) ने शानदार अर्धशतक बनाकर भारत की वापसी कराई लेकिन अंत में मेजबान टीम 16 रन से मैच हार गयी।
द्रविड़ ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को इस हार के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने गुरूवार को मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हमें इन युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखना होगा। इस टीम में कई युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं। हमें समझना होगा कि इस तरह के मैच हो सकते हैं।
कोच ने कहा, युवा खिलाड़ी सुधार कर रहे हैं लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में मुश्किल मुकाबले हो सकते हैं और यह उनके लिए सीखने का अच्छा अनुभव है। उनके भी ऑफ डे हो सकते हैं और सभी को उनके साथ धैर्य और संयम रखने की सलाह दी जाती है।
द्रविड़ ने साथ ही कहा, अच्छी बात यह है कि इस साल सारा ध्यान 50 ओवर के विश्व कप पर होगा और टी20 विश्व कप के मैच हमें युवा खिलाड़ियों को आजमाने का मौका देंगे। हमें इन युवा खिलाड़ियों को समर्थन देना होगा ताकि वे ऐसे मुश्किल मैचों में भविष्य में अच्छा कर पाएं।
भारत ने अब तक दो टी 20 मैचों में तीन युवाओं गिल, मावी और त्रिपाठी को पदार्पण कराया है।
—आईएएनएस