नई दिल्ली: चलती ट्रेन में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख ने आरएसएस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मोहन भागवत जिम्मेदार हैं।
रॉयल बुलेटिन की खबर के अनुसार, मुरादाबाद के एक कारोबारी के साथ चलती ट्रेन में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर एआईएमआईएम ने शनिवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा है। ट्रेन में असीम हुसैन के साथ हुई मारपीट के लिए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और पार्टी के अन्य नेताओं के इस मामले में संघ प्रमुख मोहन भागवत को जिम्मेदार ठहराया है।
असदुद्दीन ओवैसी शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘आसिम हुसैन को ट्रेन में पीटा गया, उनके कपड़े उतरवाए गए और उन्हें जेएसआर के नारे लगाने पर मजबूर किया गया। आरएसएस के मोहन ने ‘हजार साल की जंग’ का जि़क्र किया था, क्या ये उसी जंग एक और सबूत है? यूपी पुलिस को इस पर स़ख्त कार्रवाही करना चाहिए।’
वहीं एक अन्य नेता शौकत अली ने कहा, ”क्या यह मोहन भागवत के बयान की रिएक्शन है? मुरादाबाद के पीतल व्यापारी असीम हुसैन के साथ चलती ट्रेन में मॉब लिंचिंग हुई। उन्हें धार्मिक नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया, कपड़े उतारकर बेल्ट से पीटा गया।
आसिम हुसैन को ट्रेन में पीटा गया, उनके कपड़े उतरवाए गए और उन्हें JSR के नारे लगाने पर मजबूर किया गया। RSS के मोहन ने “हज़ार साल की जंग” का ज़िक्र किया था, क्या ये उसी जंग एक और सबूत है? @Uppolice @rpfnr_ को इस पर सख़्त कारवाही करना चाहिए। pic.twitter.com/VSmpSqdbKo
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 14, 2023
वहीं एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ने घटना का शिकार होने का दावा कर रहे एक शख्स का वीडियो भी शेयर किया, जिसमें पीड़ित ने बताया है कि कैसे भीड़ ने उन पर हमला किया।
दिल्ली से मुरादाबाद जा रहे उस शख्स ने कहा, जब ट्रेन हापुड़ स्टेशन पर रुकी तो कुछ लोगों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। उसी समय कोई चिल्लाया ‘यह चोर है’ और मेरे आसपास के लोगों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने मुझे ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाने के लिए भी मजबूर किया, लेकिन मैंने मना कर दिया।