अयोध्या: उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में मौत के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहें हैं, ताज़ा मामला अयोध्या का है, पत्नी का आरोप हैं कि, कफ़ील नामक व्यक्ति को चोरी के शक में पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिसके बाद शाम को थाने से उनकी मौत की ख़बर आई।
आरोप हैं कि, कोतवाली नगर क्षेत्र के बछड़ा सुल्तानपुर निवासी रिक्शा चालक कफ़ील को चोरी के शक में सादी वर्दी वाले दो पुलिसवालों ने हिरासत में लिया था।
जर्नो मिरर की खबर के अनुसार, पत्नी का आरोप हैं कि, जैसे ही मुझे ख़बर मिली तो मैने 112 पर फ़ोन किया तो उन्होंने कहा थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज़ करो, लेकीन थाने में भी मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई।
आरोप हैं कि कफ़ील की पत्नी से पुलिस ने सादे कागज़ पर हस्ताक्षर भी करवा लिए थे जिसके बाद शाम को थाने से फोन आया कि आपके पति की लाश लावारिश में रखी हैं।
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सोशल मीडिया प्लेटफार्म/व्हाटसप ग्रुप में चल रही खबर पुलिस अभिरक्षा में मृत्यु की आशंका के सम्बन्ध में #SPcity_Ayodhya की बाईट। pic.twitter.com/xnVhJQY09n— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) January 10, 2023
हालांकि इस मामले में अयोध्या पुलिस का कुछ और ही कहना हैं. एसपी सिटी का कहना हैं कि, कफ़ील अपने घर जा रहा था रास्ते में सड़क पर गिर गया, जिसके बाद लोगों ने उसको अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मृत्यु हो गई तथा मौत की वजह बीमारी बताई जा रही है।
UP की क़ानून व्यवस्था की हालत ये है कि रक्षक ही भक्षक बने हुए हैं और सरकार तमाशबीन बनी है, पुलिस हिरासत में मौतें आम बात हो चुकी हैं,बाद में अधिकारी रटा रटाया जवाब दे देते हैं कि मौत बीमारी से हुई।
अयोध्या के कफील को भी पुलिस ने मार दिया@dgpup— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) January 16, 2023
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन एवं राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के अनुसार, UP की क़ानून व्यवस्था की हालत ये है कि रक्षक ही भक्षक बने हुए हैं और सरकार तमाशबीन बनी है, पुलिस हिरासत में मौतें आम बात हो चुकी हैं, बाद में अधिकारी रटा रटाया जवाब दे देते हैं कि मौत बीमारी से हुई. अयोध्या के कफील को भी पुलिस ने मार दिया।