नई दिल्ली: दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र (डीडीयू-केके), जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने हाई-मीडिया लैब्स के सहयोग से “ट्रेनिंग ऑन आरटी-पीसीआर टेक्निक्स इन मोलेक्युलर डायग्नोस्टिक्स” पर एक कार्यशाला कम हैंड्स-ऑन का आयोजन किया।
इसका उद्देश्य रियल टाइम पीसीआर (पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) का उपयोग करके क्वांटिटेटिव एप्रोचेस की नवीनतम प्रगति में छात्रों को शिक्षित करना था, जिसने हाल ही में क्लिनिकल डायग्नोसिस/ मेडिकल रिसर्च में आरटी-पीसीआर एप्लीकेशन्स का बड़ा विस्तार किया है। COVID-19 वायरस का पता लगाने के लिए रियल टाइम पीसीआर सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली लेबोरेटरी मेथड्स में से एक है।
कार्यशाला की शुरुआत HiMedia Laboratories Pvt. Ltd. के वैज्ञानिक डॉ. प्रताप एम.जी. की एक्सपर्ट टॉक से हुई जिसमें उन्होंने जेनेटिक मेटेरियल्स, क्रोमोसोम्स, हिस्ट्री, प्रिंसिपल और पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन में शामिल स्टेप्स, पीसीआर के प्रकार, आरटी-पीसीआर-सिद्धांत और कार्य, जीवन विज्ञान में आरटी-पीसीआर का अनुप्रयोग और आरटी-पीसीआर के क्लिनिकल डायग्नोसिस तथा करियर पहलू का सामान्य परिचय दिया।
प्रस्तुति के बाद आरटी-पीसीआर पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला के लिए प्राकृतिक विज्ञान संकाय के 80 से अधिक पीएचडी शोधर्थियों सहित डीडीयू-केके के स्नातक छात्र प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया।
डीडीयू-केके की मानद निदेशक, मरयम सरदार, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कुलपति, जेएमआई, उन्होंने कुलपति प्रो. नजमा अख्तर को और केंद्र को उनके निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया और रजिस्ट्रार, प्रो. नाज़िम हुसैन जाफरी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. एम मोनिस खान, डॉ. शहनाज परवीन, डॉ. मोहम्मद मिस्बाह, डॉ. साद मुस्तफा और डॉ. अमीना महमूद के साथ-साथ विभाग के गैर-शिक्षण कर्मचारी भी उपस्थित थे।