नई दिल्ली: जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने स्वीडन और नीदरलैंड में क़ुरआन ए पाक जलाने की घटना की निंदा करते हुए इसको शैतानी अमल बताया है.
मौलाना महमूद मदनी ने स्वीडन, नीदरलैंड और डेनमार्क में कुरान मजीद जलाने और फाड़ने को शैतानी अमल बताते हुए कहा कि पश्चिमी देशों के नेता अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर इस्लाम धर्म के खिलाफ नफ़रत और मजहबी किताबों की खुलेआम तौहीन करने की इजाजत दे रहें हैं.
इस प्रकार की हरकतें किसी भी देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी के तहत नहीं आती हैं बल्कि यह भेदभाव को बढ़ावा देती हैं.
Jamiat condemns burning of Qurans in Sweden and Netherlands
Maulana Mahmood Madani President JUH has called the act of burning & tearing of the Holy Quran a satanic act that amounts to an expression of hatred, disrespect, and insulting to the adherents of Islam.#HolyQuran pic.twitter.com/wxBdhrpsT1— Jamiat Ulama-i-Hind (@JamiatUlama_in) January 28, 2023
मौलाना महमूद मदनी के अनुसार, कुरान मजीद कलाम ए इलाही है जो किसी एक धर्म के लिए नहीं बल्कि पूरी इंसानियत के लिए है.
मौलाना मदनी ने पश्चिमी देशों के नेताओं से इन हरकतों पर काबू पाने तथा आरोपियों के खिलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की मांग की है.