नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र ने “पैरा मेडिकल साइंसेज में रियल टाइम पीसीआर के अनुप्रयोग” पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला को आयोजित किया।
कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को भविष्य के गतिशील और कुशल कार्यबल बनाने के उद्देश्य से चिकित्सा निदान में नवीनतम प्रगति से अवगत कराना था।
दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के स्नातक छात्रों, लैब तकनीशियनों और जीवन विज्ञान संकाय के पीएचडी शोधार्थियों ने कार्यशाला में प्रतिभागिता की।
डॉ दुर्गेश सिंह, सीनियर फील्ड एप्लीकेशन स्पेशलिस्ट, बायो-रेड लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम ने क्वांटिटेटिव रियल टाइम-पीसीआर पर अपनी प्रस्तुति के साथ दिन की कार्यवाही की शुरुआत की।
उन्होंने प्रतिभागियों को क्वांटिटेटिव एस्टीमेशन और क्यूपीसीआर वर्कफ़्लो की मूलभूत अवधारणाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ दुर्गेश सिंह ने रियल टाइम पीसीआर, डेटा विश्लेषण और समस्या निवारण के प्रमुख पहलुओं पर भी रोशनी डाली।
डॉ मारिया हबीब (दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र) द्वारा कैंसर का शीघ्र पता लगाने में रियल टाइम पीसीआर के महत्त्व पर व्याख्यान दिया गया। तदुपरान्त डॉ दुर्गेश सिंह ने अपने पेशेवरों की टीम साथ प्रतिभागियों को क्वांटिटेटिव रियल टाइम-पीसीआर की स्थापना के बारे में प्रदर्शन दिया।
दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के मानद निदेशक प्रो. जावेद अहमद खान द्वारा डॉ दुर्गेश सिंह को सम्मानित करने के उपरांत कार्यक्रम का समापन औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।