“नबी की शान में गुस्ताख़ी बर्दाश्त नहीं… यति नरसिंहानंद के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई हो”: सांसद इकरा हसन की मांग

नई दिल्ली: पैगंबर मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ विवादिक टिप्पणी करने वाले यति नरसिंहानंद के खिलाफ पूरे देश के मुसलमानों में गुस्सा देखा जा रहा है। यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक चिंगारी भड़की हुई है। गाजियाबाद की डासना मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में मुसलमानों के जुटने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। नरसिंहानंद के बयान को लेकर असदुद्दीन ओवैसी, चंद्रशेखर आजाद रावण के बाद अब समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने मोर्चा खोल दिया है। इकरा ने नरसिंहानंद को नफरती और पाखंडी करार देते हुए रासुका और UAPA के तहत कार्रवाई की मांग की है।

कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने यति नरसिंहानंद के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए नरसिंहानंद पर रासुका लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने नरसिंहानंद को पाखंडी और ढोंगी बताया और कहा कि उसने नफरत का जहर उगला है। हमारे प्यारे नबी पैगंबर मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताखी की है, जो हम सभी के लिए बर्दाश्त के काबिल नहीं है। गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद पर NSA की कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए कैराना सांसद ने संसद में आवाज उठाने से लेकर सु्प्रीम कोर्ट तक जाने की बात कही है।

इकरा हसन ने कहा है कि यति नरसिंहानंद जैसे ढोंगी और पाखंडी लोगों ने एक बार फिर अपनी जुबान से नफरत का जहर उगला है। यह हमारे लिए नाकाबिल-ए-बर्दाश्त है। हमारे प्यारे नबी पैगंबर मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए रहमत और शांति का पैगाम लेकर आए थे, लेकिन उनकी शान में यह पाखंडी अपनी गंदी जुबान से अपमान कर रहा है। इसे हर अमन पसंद हिंदुस्तानी, चाहे वो हिंदू हों या मुसलमान, बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह हर बार अपनी जुबान से नफरत का बीज बोकर कानून से बच जाता है, क्योंकि राज्य सरकार ईमानदारी से अपना फर्ज नहीं निभा रही है।

कैराना सांसद ने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार के जिम्मेदार लोगों को यह कहना चाहती हूं कि अब उनका यह ढुलमुल रवैया बिल्कुल नहीं चलेगा। यति नरसिंहानंद और इसके जैसे पाखंडियों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई ना की जाए। हेट स्पीच, UAPA और NSA की गंभीर धाराओं के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि यह एक नजीर बन सके और फिर कोई ऐसी जुर्रत ना कर सके। ऐसा ना होने पर संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हर मुमकिन कार्रवाई करेंगे। हर जगह विरोध दर्ज कराएंगे। अब चुप नहीं बैठेंगे।’

इससे पहले AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को पैगंबर मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ ईशनिंदा वाली टिप्पणी करने के लिए यति नरसिंहानंद की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।

ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा को पैगंबर मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वाले यति नरसिंहानंद और अन्य के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए ताकि साबित हो सके कि वे पक्षपाती नहीं हैं। ऐसी घटनाओं से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा।

बता दें कि गाजियाबाद के लोहियानगर में 29 सितंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में डासना शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद ने हिस्सा लिया था। आपत्तिजनक बयान देने की वजह से उनको 5 अक्टूबर को हिरासत में लिया गया था। उनके खिलाफ आपत्तिजनक बयान मामले में यूपी समेत देश के कई राज्यो में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई है।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान यति नरसिंहानंद ने इस्लाम के पैग़म्बर हज़रत मुह़म्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में राजनीति गरमा चुकी है। कई जगहों पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।

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