जामिया और पीएचएफआई ने संयुक्त रूप से प्रोजेक्ट कोर (कम्युनिटी फोकस्ड रिसर्च फॉर ऑरल हेल्थ इक्विटी ) का शुभारंभ किया

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) के सहयोग से दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को जुनिपर हॉल, इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में एनआईएचआर ग्लोबल हेल्थ ग्रुप द्वारा ऑरल हेल्थ पर प्रोजेक्ट कोर (कम्युनिटी फोकस्ड रिसर्च फॉर ऑरल हेल्थ इक्विटी) का शुभारंभ किया।

इस पहल का उद्देश्य समुदाय की भागीदारी और समान स्वास्थ्य प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए ऑरल हेल्थ रिसर्च को आगे बढ़ाना है। यह परियोजना ऑरल हेल्थ शिक्षा को बढ़ाने, स्वास्थ्य सेवा साझेदारी को मजबूत करने और पूरे भारत में ऑरल हेल्थ केयर तक पहुंच को प्रभावित करने वाले सामाजिक निर्धारकों को संबोधित करने का प्रयास करती है।

यह कार्यक्रम बहुत सफल रहा क्योंकि इसने सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, अनुसंधान और समुदाय लीडरों को एक मंच लाया और समान स्वास्थ्य परिणामों को बढ़ावा देने के लिए संस्थानों में सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया।

उद्घाटन सत्र में अपनी बात रखते हुए मुख्य अतिथि जामिया के कार्यवाहक कुलपति प्रो. मोहम्मद शकील ने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रमुख अन्वेषक प्रो. रिचर्ड वाट, जामिया के दंत चिकित्सा संकाय के प्रो. अभिषेक मेहता और विश्व भर के 15 देशों के 10 प्रतिष्ठित संस्थानों के अन्य सभी प्रमुख अन्वेषकों को बधाई दी।

उन्होंने स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने और सभी के लिए कल्याण हेतु सतत विकास लक्ष्य 3 की आवश्यकता पर बल दिया। प्रो. मोहम्मद शकील ने जामिया की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख किया जो अपने मूल मूल्यों में सभी क्षेत्रों में समावेशिता और समानता रखती है।

दंत चिकित्सा संकाय की डीन प्रो. केया सरकार ने सभी हितधारकों को बधाई दी और आभार व्यक्त किया कि जामिया इस प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय परियोजना के बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने इस बात को पहचानने के महत्व पर बल दिया कि ‘ऑरल हेल्थ के बिना कोई स्वास्थ्य नहीं है’।

अपने विशेष उद्बोधन में डॉ. नवीन वर्मा ने भारत में ऑरल रोग के बोझ को कम करने में राष्ट्रीय ऑरल हेल्थ कार्यक्रम, राष्ट्रीय संसाधन केंद्र की स्थापना और राष्ट्रीय ऑरल हेल्थ नीति की भूमिका के बारे में बताया।

अपने मुख्य भाषण में, पीएचएफआई के अध्यक्ष प्रोफेसर के श्रीनाथ रेड्डी ने खराब ऑरल हेल्थ के सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में बात की। स्वास्थ्य को बहाल करने के लिए, ऑरल हेल्थ देखभाल तक असमान पहुंच के कारणों का आकलन करने और फिर उसके लिए समाधान खोजने की तत्काल आवश्यकता है।

कार्यक्रम में गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो महेश वर्मा, रमैया विश्वविद्यालय, बैंगलोर के कुलपति प्रो ओपी खरबंदा, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रो श्रीनाथ रेड्डी, एम्स, दिल्ली के सीडीईआर प्रमुख प्रो रितु दुग्गल, एमओएचएफडब्ल्यू के डॉ नवीन वर्मा, इंडियन डेंटल एसोसिएशन के मानद महासचिव डॉ अशोक ढोबले, आईसीएमआर की डॉ नितिका मोंगा और देश भर के डेंटल कॉलेजों के प्रिंसिपल और डीन मौजूद थे।

सभी गणमान्य व्यक्तियों ने अच्छे ऑरल हेल्थ के महत्व की बढ़ती मान्यता और 2030 तक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ऑरल हेल्थ देखभाल तक समान पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उद्घाटन सत्र का समापन दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जो प्रोजेक्ट कोर की शुभ शुरुआत का प्रतीक था और इसके उपरांत राष्ट्रगान हुआ।

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