दिल्ली में पेट्रोल की 15 साल और डीजल की 10 साल पुरानी गाड़ियों पर लगी रोक

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए ग्रैप 2 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू किया गया है. यानी अब 10 साल से अधिक पुराने डीजल और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहन नहीं चल सकेंगे. नया नियम 22 अक्टूबर की सुबह 8 बजे से प्रभावी होगा. इसके तहत पार्किंग शुल्क बढ़ा दिया जाएगा. सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही ग्रैप 1 में जो भी काम हो रहे थे वह होते रहेंगे और पाबंदियां भी जारी रहेगी.

दीपावली से पहले एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने लगा है. सोमवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 310 दर्ज किया गया. प्रदूषण की रोकथाम के लिए सेंट्रल एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) ने ग्रैप 2 लागू करने का निर्णय लिया है. इसके तहत प्रमुख रूप से निजी परिवहन को हतोत्साहित करने के लिए पार्किंग शुल्क में वृद्धि की जाएगी. इस कदम का उद्देश्य निजी वाहनों के उपयोग को कम करना है.

इसके साथ ही सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की अतिरिक्त फ्लीट की तैनाती की जाएगी. इससे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. वहीं, मेट्रो सेवाओं को बढ़ाकर अधिक लोगों को सार्वजनिक परिवहन की ओर आकर्षित किया जाएगा. जिससे लोग निजी वाहन लेकर कम निकलें और सड़कों पर जाम न लगे. दिल्ली सरकार का मानना है कि इन उपायों से वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिलेंगी. इसके साथ ही होटलों पर लकड़ी वाले तंदूर जलाने पर भी प्रतिबंध रहेगा.

बता दें कि इस समय दिल्ली (Delhi) से लेकर नोएडा और गाजियाबाद (Noida and Ghaziabad) में भी प्रदूषण (pollution) का स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया है. दिल्ली में मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 318 दर्ज किया गया है. जबकि जहांगीरपुरी 567 दर्ज हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) समय समय पर आंकड़े जारी कर रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के देश भर में प्रदूषण जांच के लिए 238 स्टेशन हैं. इसके मुताबिक हनुमानगढ़ में 291, भिवानी में 289, रोहतक में 283, जिंद में 277 समेत 18 सब केंद्रों में एक्यूआई खराब श्रेणी में रहा.

वहीं, एनसीआर में दिल्ली के बाद गाजियाबाद की हवा सबसे खराब रही. यहां 257 एक्यूआई दर्ज किया गया. साथ ही, नोएडा में 252, गुरुग्राम में 210, ग्रेटर नोएडा में 183 और फरीदाबाद में 165 एक्यूआई रहा. विशेषज्ञों का कहना है कि बेहद खराब हवा में लंबे समय तक संपर्क में रहने पर श्वसन संबंधी बीमारी हो सकती है. इसके साथ ही ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का दूसरा चरण लागू हो गया है. विशेषज्ञों ने कहा कि प्रदूषकों के प्रभावी फैलाव के लिए मौसम संबंधी स्थितियां प्रतिकूल हैं. रात के दौरान शांत हवाएं चल रही है. ऐसे में पराली जलाने जैसे स्रोतों से अतिरिक्त उत्सर्जन से हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो रही है.

दिल्ली में सुबह व शाम को हल्की ठंड का अहसास हो रहा है. लेकिन, अब भी दिन में तापमान बढ़ने से गर्मी परेशान कर रही है. सोमवार को कई इलाकों में न्यूनतम तापमान करीब 16 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. वहीं, समग्र रूप से दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक के साथ 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम के साथ 20.4 डिग्री सेल्सियस रहा. रिज में सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.

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