बाघमारा/धनबाद: महाराष्ट्र और झारखंड में विधान सभा चुनाव के साथ कई राज्यों में उप चुनाव हो रहे हैं. इस चुनाव में विकास का मुद्दा गायब हो गया है और वक़्फ़ बोर्ड, घुसपैठिए, हिंदू-मुस्लिम पर आ गया है. सभी पार्टी के नेता अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘बंटोगे तो कटोगे’ का नारा लगा रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ का नारा लगा रहे हैं.
इस बीच देश के गृहमंत्री अमित शाह ने वक़्फ़ बोर्ड और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आज यानी 12 नवंबर को कहा कि वक़्फ़ बोर्ड पर कर्नाटक में मंदिरों, ग्रामीणों और अन्य लोगों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया और कहा कि अब समय आ गया है कि बोर्ड में बदलाव किया जाए और संबंधित अधिनियम में संशोधन किया जाए.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि कोई भी समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू होने से नहीं रोक सकता, जो घुसपैठियों को रोकने के लिए जरूरी है और उन्होंने आदिवासियों को आश्वासन दिया कि उन्हें इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा.
दरअसल, झारखंड के बाघमारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “वक्फ बोर्ड को जमीन हड़पने की आदत है. कर्नाटक में इसने ग्रामीणों की संपत्ति हड़प ली है. इसने मंदिरों, किसानों और ग्रामीणों की जमीनें हड़प ली हैं. मुझे बताइए कि वक्फ बोर्ड में बदलाव की जरूरत है या नहीं. हेमंत बाबू और राहुल गांधी कहते हैं, नहीं. मैं कहता हूं कि उन्हें विरोध करने दीजिए, बीजेपी वक़्फ़ अधिनियम में संशोधन करने वाला बिल पारित करेगी. हमें कोई नहीं रोक सकता.”
उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन पर घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाने का आरोप लगाया और दावा किया कि “अगर झारखंड में बीजेपी सत्ता में आती है तो अवैध प्रवासियों को ट्रेनों में भरकर बांग्लादेश भेजा जाएगा.” उन्होंने दावा किया, “झारखंड में घुसपैठ रोकने के उद्देश्य से समान नागरिक संहिता को लागू करने से कोई नहीं रोक सकता और आदिवासियों को इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टी है. ये देश के पिछड़ों, दलितों का आरक्षण समाप्त करके मुसलमानों को देना चाहते है. आप चिंता मत कीजिये, जब तक मोदी की सरकार है तब तक ऐसा नहीं होने देंगे.
शाह ने झारखंड के धनबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टी है. वे पिछड़े वर्गों और दलितों के आरक्षण को खत्म कर मुसलमानों को देना चाहते हैं. जब तक भाजपा का एक भी विधायक है, हम मुसलमानों को आरक्षण नहीं देने देंगे.’
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ओबीसी आरक्षण की विरोधी रही है. रैली को संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि “राहुल गांधी की चार पीढ़ियां आपके आरक्षण को छू नहीं सकतीं. झामुमो-राहुल बाबा देश को जातियों के आधार पर बांट रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों के कल्याण के लिए केवल चार श्रेणियां बनाई हैं. गरीब, किसान, युवा और महिलाएं. केंद्रीय गृह मंत्री ने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वह अगले पांच सालों में झारखंड को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना देगी और “झामुमो-कांग्रेस नेताओं द्वारा लूटा गया प्रत्येक पैसा सरकार के खजाने में वापस लाया जाएगा.”