मुंबई: बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को खत लिखा है और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है. उनका कहना है कि नोमानी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि नोमानी के जरिए दिए गए भाषण में धार्मिक कट्टरता के नाम पर मुसलमानों को भड़काया गया है और भाजपा को वोट देने वाले मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया गया है. भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, “मौलाना मुसलमानों से उन मुसलमानों का बहिष्कार करने के लिए कह रहे हैं जो भाजपा को वोट देते हैं. मौलाना सज्जाद नोमानी ने कहा, कह दो हमारा नाम अब मुसलमानों का नाम नहीं है, हम आज से गुलाम हैं. मौलाना सज्जाद नोमानी ने एक दूसरे भाषण में मुसलमानों से वोट जिहाद की भी अपील की है. हम उचित कार्रवाई करने की गुजारिश करते हैं.”
किरिट सोमैया चुनावी प्रोसेस में गड़बड़ी की बात लगातार कर रहे हैं. उन्होंने 11 नवंबर को एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया था कि सिर्फ चार दिन में 125 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम कुछ अकाउंट में जमा किए गए. उन्होंने कुछ सबूतों के जरिए अपनी बात को साफ भी किया था.
उन्होंने कहा, “मालेगांव में सिराज अहमद और मोईन खान नाम के शख्स ने मिलकर दो दर्जन बेनामी अकाउंट एक कॉपरेटिव बैंक में खोले, जिसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश समेत अलग-अलग राज्यों में मौजूद ब्रांचों से इन बेनामी अकाउंट में पैसे भेजे गए.”
उन्होंने कहा, “सिर्फ चार दिन में 125 करोड़ रुपये से अधिक रकम इन अकाउंट में जमा की गई. इसके बाद सिराज अहमद और मोईन खान ने अलग-अलग 37 अकाउंट में वापस पैसे ट्रांसफर किए और फिर इसे निकाल भी लिया गया. कुल मिलाकर 2,500 बैंक ट्रांजेक्शन किया गया, जिसमें 125 करोड़ पैसे भेजे गए और इतने ही निकाल भी लिए गए.”
बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के प्रवक्ता समौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी (69) इस्लामिक विद्वान और शिक्षाविद हैं. अल-फ़ुरक़ान के संपादक और रहमान फाउंडेशन के संस्थापक हैं. वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. वह जुल्फिकार अहमद नक्शबंदी के शिष्य भी हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने जब धार्मिक अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारियों के संरक्षण के लिए अभियान शुरू किया तब इस अभियान का नेतृत्व सज्जाद नोमानी ने किया था. जिसके तहत उन्होंने पूरे देश में यात्रा की थी.
सज्जाद नोमानी ने सीएए का भी विरोध किया था और इसके विरोध में भारत बंद का आह्वान किया था. 2021 में जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था तो उन्होंने वीडियो मेसेज कर उसकी तारीफ की थी. सज्जाद नोमानी ने कह था, ”दूर बैठा एक भारतीय मुसलमान आपको सलाम करता है.”