संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. इस हिंसा में 4 लोगों की गोली लगने से मौत हो गई. इसके बाद देश और प्रदेश का राजनीतिक पारा हाई हो गया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच सपा नेता और गाजीपुर से लोकसभा सांसद अफजल अंसारी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने संभल हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
अफजल अंसारी ने कहा, “यह हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है. सोची समझी रणनीति के तहत पहले उत्तेजना फैलाई गई और फिर नियंत्रण करने के नाम पर बेगुनाहों के साथ गलत कार्रवाई की गई. प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि 90 फीसद जनता ने विपक्ष को नकारा है. अगर यही व्यवस्था रहा तो एक दिन प्रधानमंत्री मोदी को 100 फीसद जनता स्वीकार कर लेगी”.
Delhi: SP MP Afzal Ansari reacts to the Sambhal Incident pic.twitter.com/YRrHLBoqP7
— IANS (@ians_india) November 25, 2024
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी बताएं कि क्या झारखंड, बंगाल, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की जनता ने उन्हें स्वीकार किया है. इन राज्यों में बीजेपी को जनता ने खारिज कर दिया. उनका फोकस कहां है, सब जानते हैं. उत्तर प्रदेश में भाजपा ने जो जीत दर्ज की है, उन लोगों का पहले नाम निकाल कर पढ़ लीजिए, खुद ये बात भाजपा को नहीं पचेगी. पीडीए के लोग ही जीत गए हैं, कतार भले कोई हो.
उधर, संभल हिंसा को लेकर भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की हम निंदा करते है. जो कुछ हुआ है, उसकी जांच की हम मांग करते हैं. जो भी इस मामले में आरोपी हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. साक्षी महाराज ने कहा कि महाराष्ट्र में हमने इतिहास बनाया है और उत्तर प्रदेश में भी हमने इतिहास रचने का काम किया है. दुर्भाग्य से विपक्ष बौखला गया है.
बता दें कि संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को किये जा रहे सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए थे. इस दौरान 4 व्यक्तियों की मौत हो गई थी. इस गोलीबारी और पथराव में उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र समेत कुल 20 लोग जख्मी हुए हैं. हिंसा के बाद व्याप्त तनाव को देखते हुए संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं तथा 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
एक स्थानीय अदालत के आदेश पर गत मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव व्याप्त था. रविवार को सर्वे करने वाली टीम दोबारा मस्जिद का सर्वे करने गई थी. स्थानीय अदालत में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था.