धर्म संसद हेट स्पीच मामले में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के खिलाफ धर्म संसद के संत स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि और स्वामी अमृतानंद अन्न-जल त्याग कर सर्वानंद घाट पर धरने पर बैठ गए हैं. स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि का कहना है कि एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने घोषणा की है कि जब तक उनको छोड़ा नहीं जाता, वह धरने पर बैठे रहेंगे.
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, जितेंद्र सिंह त्यागी को गुरुवार को नारसन बॉर्डर से हरिद्वार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि जितेंद्र त्यागी निर्दोष हैं. उन्हें बिना मतलब केवल किसी विशेष वर्ग को खुश करने के लिए जेल में डाला गया है. हम इसका विरोध कर रहे हैं और जब तक वह जेल से बाहर नहीं आ जाते, तब तक हम यहीं बैठे रहेंगे.
उन्होंने कहा कि जिस अपराध के लिए उन्हें जेल भेजा गया है, वह अपराध बहुत सारे लोगों ने मिलकर किया है. यदि आपको जेल भेजना ही है तो सभी संतों को जेल भेज दीजिए. उन्होंने कहा कि जब हमारे खिलाफ लोगों ने बोला उनके खिलाफ न तो कोई मुकदमा दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की. इस तरह का भेदभाव हिंदूवादी सरकारों में नहीं होना चाहिए.