N Biren Singh: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार, 9 फरवरी को राज्य में बीते 21 महीनों से जारी हिंसा के बीच आखिर इ्तीफा दे दिया. एन बीरेन सिंह ने रविवार की सुबह गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद शाम को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपा. लंबे समय से जारी हिंसा के कारण एन बीरेन सिंह काफी चर्चाओं में रहे हैं. तो आईए आपको बताते हैं कि बीरेन सिंह कौन है? उनका अब तक का करियर कैसा रहा..
‘कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी’
दरअसल बीरेन सिंह के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी जहां सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों के समर्थन की खबरें भी सामने आ रही थी. इन्हीं खबरों के बीच एन बीरेन सिंह अपने कुछ विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
कौन हैं एन बीरेन सिंह?
एन बीरेन सिंह का जन्म 1 जनवरी 1961 इंफाल ईस्ट ज़िले के लुवांगसांगबाम ममांग लइकै गाँव में हुआ. वह मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. बीरेन सिंह की एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने मणिपुर विश्वविद्यालय से बीए फिर पत्रकारिता में डिप्लोमा भी किया है.
डूरंड कप जीतने वाली BSF टीम के सदस्य रहे
एन बीरेन सिंह ने अपने करियर की शुरुआत सेना से की. वह सीमा सुरक्षा बल (BSF) में शामिल हुए, जहां वह BSF की फुटबॉल टीम में रहे. बीरेन सिंह साल 1981 में डूरंड कप जीतने वाली सीमा सुरक्षा बल (BSF) टीम के सदस्य थे.
पत्रकारिता के क्षेत्र में किया काम
एन बीरेन सिंह राजनीति में आने से पहले बीरेन सिंह मणिपुर के एकमात्र चर्चित फुटबाल खिलाड़ी थे. सेना से रिटायर होने के बाद वह पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गए. कई सालों तक उन्होंने पत्रकारिता की.
2002 में राजनीति में रखा कदम
पत्रकारिता के बाद एन बीरेन सिंह ने राजनीति में आने का फैसला किया. उन्होंने साल 2002 में राजनीति में कदम रखा. और 2003 में कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस से वह विधायक और मंत्री भी बनें.
कांग्रेस से इस्तीफा फिर बने मुखयमंत्री
कांग्रेस से बगावत होने के बाद एन बीरेन सिंह ने साल 2016 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. और आखिरकार वह साल 2017 में पहली बार बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार में मुखयमंत्री बने.
एन बीरेन सिंह ने राज्य में हो रही हिंसा के दबाव के कारण 9 फरवरी 2025 को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया. मणिपुर में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है. मैतेई- कुकी समुदाय के बीच भड़की हिंसा को 600 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं.