पंजाब विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को होंगे, चुनाव आयोग ने मतदान 6 दिन टाल दिया है. पहले 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया गया था. चुनाव नतीजों की तारीख में कोई बदलाव नहीं हुआ है. नतीजे 10 मार्च को ही आएंगे.
बता दें कि पंजाब की विधानसभा में 117 सदस्यीय हैं. ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा.
नामांकन के लिए अहम तारीख
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, पंजाब विधानसभा चुनाव के नए कार्यक्रम के अनुसार 20 फरवरी को मतदान के अलावा पंजाब में उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तिथि 1 फरवरी, 2022 होगी. उम्मीदवारों के पर्चों की स्क्रूटनी 2 फरवरी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 4 फरवरी होगी. बता दें कि 20 फरवरी को ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान भी होना है.
ECI से सीएम चन्नी समेत राजनीतिक दलों की अपील
इससे पहले पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा था. चन्नी ने गुरु रविदास जयंती के मौके पर पंजाब के वोटर्स के राज्य से बाहर होने की बात कही थी. उन्होंने चुनाव की तारीख कम से कम 6 दिन आगे बढ़ाने की मांग की थी. चन्नी के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके सहयोगियों और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने चुनाव आयोग से मतदान की तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया था.
पंजाब में चुनाव टालने की अपील
पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख पर दोबारा विचार करने की अपील करते हुए सीएम चन्नी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे अपने पत्र में कहा था कि 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती है, जिसके लिए लाखों श्रद्धालु बनारस में होंगे और मताधिकार के प्रयोग से वंचित हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य से अनुसूचित जाति के भक्तों (लगभग 20 लाख) के 10 से 16 फरवरी 2022 तक उत्तर प्रदेश के बनारस रहने की संभावना है. ऐसे में इस समुदाय के कई लोग राज्य विधानसभा के लिए अपना वोट नहीं डाल पाएंगे, जो कि उनका संवैधानिक अधिकार है.
पांच राज्यों में एक साथ चुनाव
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने गत 8 जनवरी को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया था. पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. इस बार पंजाब (Punjab Assembly Election) में परंपरागत कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बजाय मुकाबला पंच कोणीय होने के आसार हैं. इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), शिअद-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन, भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) राज्य में सरकार बनाने के लिए जी जान से चुनाव लड़ने वाली हैं.
यह भी दिलचस्प है कि पंजाब का राजनीतिक परिदृश्य पिछले एक वर्ष से कुछ अधिक समय में कई बार बदलता दिखा है. शिअद ने कृषि कानूनों के मुद्दों पर भाजपा से किनारा कर लिया और बसपा के साथ नया गठबंधन बनाया है. जून 2021 में बने इस गठबंधन में सहमति बनी कि शिअद 97 सीटों पर और बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
अकाली दल के अलग होने के बाद भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया. पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
कौन किस सीट से लड़ेगा चुनाव
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) चमकौर साहिब से चुनाव लड़ेंगे. पंजाब में सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी ने शनिवार अपनी पहली सूची में 86 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था. इस सूची में सीएम चन्नी का नाम भी शामिल है. इसके अलावा मुख्यमंंत्री चन्नी के भाई ने कहा है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. चन्नी के भाई मनोहर सिंह (CM channi brother Manohar Singh) ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा अपने मौजूदा विधायक को मैदान में उतारने के बाद वह अब इस निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे.