Waqf Amendment Bill: लोकसभा में आज यानी कि बुधवार, 2 अप्रैल को वक़्फ़ संसोधन विधेयक पेश किया गया. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया. इस बिल को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार विरोध कर रही है. आईए यहां जानते हैं कि कौन सी पार्टियां इस बिल के समर्थन में हैं और कौन सी इसके विरोध में हैं..
सदा टाइम के एडिटर मोहम्मद इरशाद आलम ने वक़्फ़ संसोधन विधेयक के संबंध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक़ जामेयी से बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार वक़्फ़ प्रॉपर्टीज को बिल्डरों को बेचना चाहती है. नीचे दिए गए वीडियो में देखे अमीक़ जामेयी ने क्या कहा.. अब यहां समझते हैं पूरा समीकरण…
जेडीयू और लोजपा ने क्या कहा
बिल के समर्थन में एनडीए की सभी पार्टियां है. केंद्र सरकार में बीजेपी की समर्थित पार्टी जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) जैसी पार्टी के नेताओं ने साफतौर पर कहा है कि वे विधेयक के पारित होने में बाधा नहीं डालेंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह आरोप गलत है कि यह विधेयक अल्पसंख्यकों के अधिकारों को छीन लेगा.
विपक्षी गठबंधन विरोध के लिए तैयार
वहीं संसद में बिल का विरोध करने के लिए भी विपक्षी गठबंधन पहले से ही तैयार है. मंगलवार, 1 अप्रैल को विपक्षी दलों ने संसद भवन में बैठक की और अपनी रणनीति तैयार की. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कल्याण बनर्जी और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह समेत अन्य शामिल हुए.
बिल के समर्थन में यह पार्टियां
- बीजेपी
- जेडीयू
- शिव सेना
- तेलुगु दशम पार्टी
- लोजपा
- इसके अलावा एनडीए में शामिल अन्य पार्टियां
बिल के विरोध में यह पार्टियां
- कांग्रेस
- AIMIM
- आरजेडी
- समाजवादी पार्टी
- आम आदमी पार्टी
- सीपीआई
- सीपीआई- M
- डीएमके
- एनसीपी
- टीएमसी
- इसके अलावा इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी पार्टियां
ये सरकार उस कौम पर दाग लगाना चाहती है 👇🏼
• जिसने भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी
• जिन्होंने मंगल पांडे जी के साथ शहादत दी
• जिसके 2 लाख से ज़्यादा उलेमा शहीद हुए
• जिसने गांधी जी के दांडी मार्च का समर्थन किया
• जिन्होंने 1926 में अंग्रेजों के ‘डिवाइड एंड रूल’ का विरोध… pic.twitter.com/0cOvtyMqKN— Congress (@INCIndia) April 2, 2025
संसद में बीजेपी के वोट प्लान
लोकसभा में बिल पास होने के लिए बीजेपी को 272 वोट चाहिए. 542 सांसदों में से 240 बीजेपी के हैं, 12 जेडी(यू) के हैं, 16 टीडीपी के हैं, पांच एलजेपी (आरवी) के हैं, दो राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के हैं और सात शिवसेना के हैं. अगर एनडीए की सभी पार्टियां बीजेपी का साथ देती हैं तो बिल आसानी से पास हो जाएगा.
वहीं राज्यसभा में एनडीए के 125 सांसद हैं . इसमें से बीजेपी के 98, जेडी(यू) के चार, टीडीपी के दो, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तीन, शिवसेना का एक और आरएलडी का एक सांसद है. 245 सदस्यों वाले सदन में इस विधेयक को पारित कराने के लिए 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत है. हालांकि एनडीए को असम गण परिषद और तमिल मनिला कांग्रेस जैसी पार्टियों के साथ- साथ छह मनोनीत सदस्यों का समर्थन भी मिलने की उम्मीद है.