Mehbooba Mufti: जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश शोक में हैं. देशवासी इस हमले की कड़ी निंदा करने के साथ- साथ सख्त कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं. इसी बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और जम्मू- कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
महबूबा मुफ्ती ने लगाए यह आरोप
महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए आज यानी कि मंगलवार, 6 मई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को एक पत्र लिखा. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी. उन्होने कहा कि कल पहलगाम की मेरी यात्रा के दौरान, कई स्थानीय निवासियों ने पुलिस द्वारा मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने के बारे में गहरी आशंका और चिंता व्यक्त की.
वहीं महबूबा मुफ्ती ने पत्र लिखते हुए दावा किया कि घाटी में लोगों पर सामूहिक सजा थोप दी गई है. उन्होंने कहा कि अब तक 3000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि करीब 100 लोगों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) लगाया गया है.
During my visit to Pahalgam yesterday, many local residents expressed deep fear & anxiety about being arbitrarily detained by the police. In the aftermath of the heinous terror attack in Pahalgam, the response has included a sweeping clampdown with thousands of civilians… pic.twitter.com/q0mFhRqh8g
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 6, 2025
‘इतनी बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ कार्रवाई चिंताजनक’
महबूबा मुफ्ती ने पत्र में आगे लिखा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ कार्रवाई चिंताजनक है. यह इंसाफ नहीं बल्कि सामूहिक सजा जैसा मालूम पड़ता है. उन्होंने आगे लिखा कि इस नजरिये से न सिर्फ परिवारों और समुदायों के अलग-थलग होने का खतरा है बल्कि यह सवाल भी उठता है कि यह हमें कहा ले जाएगा.
उन्होंने कहा कि कोई भी लोकतांत्रिक और जिम्मेदार समाज अपने लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार स्वीकार नहीं कर सकता है या नहीं करना चाहिए. मैं लंबे समय से कहती रही हूं कि कश्मीर के लोगों ने सद्भावना का हाथ बढ़ाया है.