Maktoob Media X Account Blocked: भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव बीच भारत सरकार ने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगा दिया है. भारत, पाकिस्तान के कई एक्टर, नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट और न्यूज वेबसाइट्स पर भारत में बैन लगा चुकी है. इसी कार्रवाई की आड़ में भारत सरकार ने मकतूब मीडिया के एक्स अकाउंट को भी भारत में बैन कर दिया है. इसी के साथ ही द वायर ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा कि भारत सरकार ने thewire. in वेबसाइट को देशभर में ब्लॉक कर दिया है.
भारत सरकार ने मकतूब मीडिया के एक्स अकाउंट को भारत में प्रतिबंध लगा दिया दिया है. बता दें कि मकतूब मीडिया एक डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म है जो भारत में अल्पसंख्यकों के मुद्दों और मानवाधिकार की बात करता है.
‘प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला’
मकतूब मीडिया पर बैन लगाए जाने के बाद इसके संपादक अस्लह कइयालकत ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया. मकतूब मीडिया के संपादक ने ट्वीट करते हुए कहा कि हमें पता चला है कि भारत में मकतूब मीडिया के एक्स अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है. हमें सरकार की मनमानी कार्रवाई के कारण के बारे में कोई जानकारी नहीं है. यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है.
We have learned that @MaktoobMedia’s X account has been withheld in India in response to a legal demand. We have no knowledge of the reason for the government’s arbitrary action. It is an assault on press freedom. Maktoob pledges to continue its crucial work at a time when truth… pic.twitter.com/jjjggFt8ak
— Aslah Kayyalakkath (@aslahtweets) May 8, 2025
द वायर भी हुआ ब्लॉक
वहीं द वायर ने भी सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि प्रेस की आजादी के गारंटीकृत संवैधानिक अधिकार का सीधा उल्लंघन करते हुए भारत सरकार ने देशभर में thewire.in को ब्लॉक कर दिया है. द वायर की वेबसाइट के वेब एड्रेस पर जाने पर इंटरनेट सर्विस प्रदाता की ओर से दिखने वाले मैसेज (तस्वीर नीचे) में कहा जा रहा है कि इसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आदेश के अनुसार आईटी अधिनियम, 2000 के तहत ब्लॉक किया गया है.
The internet service providers are saying multiple things. We have learnt it is per orders of the Ministry of Information and Broadcasting. pic.twitter.com/GCz4d6EggP
— The Wire (@thewire_in) May 9, 2025
द वायर ने आगे कहा कि ऐसे समय में जब समझदार, सच्ची, निष्पक्ष और तर्कसंगत आवाजें और समाचार व सूचना के स्रोत देश की सबसे बड़ी संपत्ति हैं, हम इस तरह की सेंसरशिप का विरोध करते हैं. साथ ही हम इस मनमानी कार्रवाई से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं.