Asaduddin Owaisi On Special Intensive Revision: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से बिहार में विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा कि चुनाव आयोग को यह तय करने का अधिकार किसने दिया कि कोई नागरिक है या नहीं?
‘यह सूत्र कौन हैं?’
असदुद्दीन ओवैसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि बड़ी अफसोस की बात है कि एक संवैधानिक संस्था खुद ऑन रिकॉर्ड कोई बात नहीं कर रही है. सभी जानकारी सूत्रों से आ रही है, यह सूत्र कौन हैं.
‘चुनाव आयोग को यह अधिकार नहीं हैं’
ओवैसी ने कहा कि चुनाव आयोग को यह तय करने का अधिकार किसने दिया कि कोई नागरिक है या नहीं? यह अधिकार चुनाव आयोग को नहीं है. हमारी पार्टी ने सबसे पहले कहा था कि SIR पिछले दरवाजे से एनआरसी है.
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि हम उन बीएलओ के नंबर की मांग करते हैं. हम अपने पार्टी सदस्यों से कहेंगे कि वे उन बीएलओ से मिलें और उनसे पूछें कि वह कौन से नेपाली, म्यांमार और बांग्लादेशी नागरिकों की बात कर रहे हैं.आप इस तरह की बकवास कर के भारत और नेपाल के संबंध खराब कर रहे हैं.
औवेसी ने चुनाव आयोग पर कसा तंज
औवेसी ने कहा कि 2003 में SIR किया गया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हम चुनाव आयोग से नहीं इन सूत्रों से पूछना चाह रहे हैं कि उस समय कितने विदेशी नागरिकों का खुलासा हुआ था?
#WATCH | Hyderabad | On the special intensive revision (SIR) exercise of the voter list in Bihar, AIMIM Chief Asaduddin Owaisi says, “It is unfortunate that a constitutional body is not making a statement and things are being revealed through sources. Who are these sources?…… pic.twitter.com/hHnXYy0fYZ
— ANI (@ANI) July 14, 2025
कानून मंत्री ने जुलाई 2019 में संसद में कहा था कि 2016, 2017 या 2019 में कोई विदेशी नागरिक नहीं मिला.एक तेलंगाना, एक वेस्ट बंगाल और एक गुजरात से, सिर्फ तीन निकले हैं. यह सोर्सेस बेशर्म हैं.
‘आपके पास क्या रिकॉर्ड है?’
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी जानकारी चुनाव आयोग खुद दे. यह जो चमचे लोग है इनको इस्तेमाल ना करें. हमें बीएलओ के नंबर दें हम उनसे पूछेंगे कि आपने किस आधार पर कह दिया कि यह नेपाली हैं. आपके पास क्या रिकॉर्ड है.

